unseasonal rains
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    अमरावती. नैसर्गीक आपदा से संभाग में अब तक 44 लोगों की जानें गई हैं. 1 जून से 10 सितंबर तक सर्वाधिक 14 मौतें यवतमाल जिले में दर्ज की गई है. अमरावती जिला-11, अकोला-9, बुलडाना जिला-9 व वाशिम जिला में नैसर्गीक आपदा से 1 जान गई. जिसमें से शासकीय मदद के लिए 40 पात्र हुए है. जिसमें से 32 मृतकों के परिजनों को शासकीय मदद दी गई.

    9 प्रकरण प्रलंबित है. पहले झमाझम फिर रूक-रूककर और अब फिर जोरदार तरह से शुरू बारिश अब फसलों पर आफत बनकर बरस रही है. संभाग में 1 जून से 10 सितंबर तक कुल 1,89,311.02 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें चौपट हो गई है. जबकि 15,221.89 हेक्टेयर क्षेत्र में खेत जमीन खराब हो गई है. 

    सर्वाधिक अकोला जिला में क्षति

    विभागीय राजस्व आयुक्तालय की रिपोर्ट के अनुसार अकोला जिला में सर्वाधिक 1,22,456.87 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें चौपट हुई हैं. अमरावती जिला में 44,335.10 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें खराब हुई है. यवतमाल जिला-18,699.66, बुलडाना जिला-1574.72, वाशिम जिला में 2244.67 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें चौपट हुई है. इस तरह बारिश फसलों पर कहर बरपा रही है. पहले ही किसान लगातार नापिकी के कारण आर्थिक संकट झेल रहे है. इस बार अच्छी बारिश ने किसानों के चेहरे खिल उठे, लेकिन अत्याधिक बारिश अरमानों पर पानी फेर रही है. 

    41 तहसीलें प्रभावित

    संभाग में 1 जून से 10 अक्टूबर तक 41 तहसीलें अत्याधिक बारिश से प्रभावित हो चुकी है. जिसमें 5898 गांव बाधित हुए है. 19721 परिवार प्रभावित हुए. जिससे 615 लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थलांतरित किया गया. इसमें अकोला जिले में सर्वाधिक 534 लोगों को सुरक्षित जगह स्थलांतरित करना पड़ा. बुलडाना जिला में यह संख्या 81 व अमरावती जिला में सबसे कम 8 दर्ज की गई है. 

    12 करोड़ की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान

    संभाग में बारिश से नैसर्गीक आपदा में 12 करोड़ 9 लाख 62 हजार रुपए की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान दर्ज किया गया है. सर्वाधिक 7 करोड़ 88 लाख की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान अमरावती जिला में हुआ है. अकोला जिला में 5 करोड़ 43 हजार रुपए और वाशिम में 38 लाख 88 हजार की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है.

    इसी क्रम में संभाग में अत्याधिक बारिश से 381 पक्के मकानों को पूर्णतः क्षति पहुंची है. जिसमें से 44 लोग मदद के लिए पात्र रहे. अंशतः क्षतिग्रस्त मकानों की संख्या 8021 है. जिसमें से 104 को मदद के लिए पात्र माना गया है. 6060 कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा. जिसमें से 2258 मदद के लिए पात्र रहे. 1 जून से 10 सितंबर तक संभाग में 142 मवेशी मारे गए. जिसमें अकोला जिला में सर्वाधिक 78, अमरावती जिला-29, बुलडाना जिला-21, यवतमाल जिला 12 व वाशिम जिला में 2 मवेशी मरे.