Market Parvana incurs loss of 2.50 crores, losses in Corona

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अमरावती. शहर में बढ़ रहे कोरोना मरीजों के कारण शालाएं शुरू करना खतरे से खाली नहीं होगा. शालाओं द्वारा उपाययोजना करने के बाद भी संक्रमण बढ़ा तो विपरित परिस्थिति निर्माण हो सकती है. इसलिए अगस्त तक शालाओं को शुरू करने का विचार नहीं किया जा सकता. परीणाम स्वरूप मुख्याध्यापकों ने भी शिक्षकों को पाठ्यक्रम व सत्र शुरू करने के लिए वाटस्एप ग्रुप, टेक्स मैसेज, वीडीयो, यू ट्यूब, गुगल मिट, झूम एप, दिक्षा एप के माध्यम से संवाद करने के निर्देश दिये है.

25 उपाययोजना की दी सूची
मुख्याध्यापकों को जारी पत्र में आयुक्त ने कहा कि शाला में अलग अलग क्षेत्र से विद्यार्थी दाखिल होते है. इतने सारे छात्रों के लिए उपाययोजना करना असंभव है. इसलिए यदि अगस्त 2020 के बाद कोरोना संक्रमण कम होता है, तो ही शालाएं शुरू करने पर विचार किया जायेगा. छात्रों से पाठ्यक्रम पूर्ण कराने के लिए निगमायुक्त ने 25 उपाययोजनाओं की सूची भी प्रकाशित की है.

स्वतंत्र कक्षा में करें काम
छात्रों के साथ शिक्षकों को शाला में नियमित पहुंचने के आदेश है, जिसमें शिक्षकों को शाला पूर्व तैयारी करना है. मूल्यांकन का काम, अंकपत्रिका तैयार करना, उपस्थिति रजिस्टर, वाट्सएप ग्रुप तैयार करना, छात्रों के प्रवेश समेत सभी कामकाज में मुख्याध्यापकों को भी शिक्षकों के उचित नियोजन के लिए उपस्थित रहना अनिवार्य है. एक से अधिक शिक्षक को बुलाया जाता है तो प्रत्येक शिक्षक को स्वतंत्र कक्षा में बिठाकर ही शैक्षणिक काम पूर्ण करने की जिम्मेदारी देनी होगी.