ओस से सिकुड़ी फसलें, शित लहर से तुअर प्रभावित

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वरुड. गत 4 दिनों से जारी शित लहर के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है. लेकिन इस ठंड के चलते ओर गिरने से फसलें सिकुड़ने लगी है. तुअर फुल व फल्लियां इस ओर से कारण खराब हो रहे हैं. जिससे किसान परेशान है. इस आसमानी संकट के कारण किसानों पर फिर आर्थिक संकट गहराने के आसार दिखाई दे रहे हैं. 

फुस-फल्लियां हो रही खराब

गत कई वर्षों से अउपज के कारण किसान परेशान है उनकी आर्थिक हालत खस्ता हो गई है. इस वर्ष अच्छी बारिश के चलते हालात सम्हलने की उम्मीद थी. लेकिन अतिवृष्टि ने खरीफ की फसलों पर कहर ढा दिया. उड़द, मुंग, सोयाबीन की फसलें बर्बाद हो गई. संतरे को भाव नहीं मिले. कपास पर बोंड इल्ली के प्रकोप के कारण किसान हलाकान हुए. किसी तरह रबी की फसलों की बुआयी किसानों ने की. तुअर से किसानों को उम्मिद थी.  लेकिन कुछ दिनों‍पहले तक दमदार दिखने वाली फसलें  अब ओस के कारण खराब हो रही है. तहसील में 20 हजार हेक्टेअर क्षेत्र में संतरे भी फसल ली जाती है. 

प्रभावित हो रही फसलें

गत चार दिनों से ठंड बढ़ने के कारण ओस से तुअर, चना, गेहुं की फसलें प्रभावित हो रही हैं. तुअर के पौधों के फुल, फल्लियां सिकुड़ रही है.  जिससे उपज घटने की संभावना है. सरकार किसानों की मदद करे.-शंकर नागदेवे, किसान

कृषि विभाग करे सर्वेक्षण

लगातार हो रही अउपज के कारण किसान परेशान है. अब ओस से फसलें खराब हो रही है. हाथ आयी तुअर की फसल खराब होने की कगार पर है. कृषि विभाग  सर्वेक्षण करें व शासन मदद मिले.-अतुल भोंडे, किसान