विद्यार्थी विकास का पैसा खर्च ही नहीं किया

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    • दिनेश सूर्यवंशी ने की विवि बजट की आलोचना 

    अमरावती. संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय ने छात्रों के विकास के लिए किए गए प्रावधान को खर्च ही नहीं किया है. इसलिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत बजट अप्रभावी होने की आलोचना पूर्व सीनेट सदस्य दिनेश सूर्यवंशी ने शनिवार को पत्र वार्ता में की है. इसके अलावा उन्होंने बोर्ड ऑफ इनोवेशन इंक्यूबेशन लिंकेज एंड एंटरप्राइजेज के संचालक डा. डीटी इंगोले की नियुक्ति को अवैध बताते हुए बताया कि 2 लाख रुपयों का ही प्रावधान होने के बावजूद उन्होंने 6 लाख रुपये से अधिक खर्च किया है. उसी प्रकार उन्होंने उपकुलपति डा. मुरलीधर चांदेकर को भी अकार्यक्षम बताया है. सूर्यवंशी के इन आरोपों से शिक्षा क्षेत्र में खलबली है.

    माडल डिग्री कालेज प्रलंबित

    वाशिम में माडल डिग्री कालेज लंबित है. इसके लिए 5 लाख रुपये का प्रावधान किया गया था. लेकिन पिछले एक साल में एक भी रुपया खर्च नहीं किया गया है. अकोला में आरएलटी, बुलढाणा में जीजामाता कालेज को माडल डिग्री कालेज के रूप में शुरू करने की मांग की गई था, लेकिन, उपकुलपति ने किसी की नहीं सुनी. माडल डिग्री कालेज का विषय पिछले कई वर्षों से लंबित होने की बात सूर्यवंशी ने कही. इसी तरह, उन्नत भारत अभियान का बैंड बजा है. उन्होंने यह भी बताया कि अभियान की कई बातें समन्वयकों को भी पता नहीं है और अभियान के अनेक उद्देश पूर्ण नहीं हुए है. अभी तक वार्षिक रिपोर्ट शुरू नहीं करने को लेकर भी उन्होंने नाराजगी व्यक्त की है. 

    संचालक द्वारा पैसों की बर्बादी

    इनोवेशन इनक्यूबेशन लिंकेज एंड एंटरप्राइजेज के बोर्ड के संचालक डा. डीटी इंगोले की नियुक्ति अवैध होने का आरोन सूर्यवंशी ने लगाया है. संचालक का चयन करते समय वे समिति में थे, लेकिनचयन समिति के समक्ष स्क्रुटीनी समिति की रिपोर्ट नहीं रखी गई. डा. इंगोले पात्र नहीं होने का उल्लेख स्क्रुटीनी समिति ने रिपोर्ट में किया था. संचालक इंगोले के पास बोर्ड खाते का डेबिट कार्ड भी है. विश्वविद्यालय के अधिकारी को इस प्रकार विभाग का डेबिट कार्ड जारी नहीं किया जा सकता है. निधि वितरण की एक प्रक्रिया है. बोर्ड के माध्यम से कोई काम नहीं किया गया. 2 लाख रुपये का ही प्रावधान होते हुए भी मामूली खर्च के माध्यम से 6 लाख रुपये खर्च किए जाने का उल्लेख बजट में किया गया है.

    छात्र विकास की योजनाओं पर खर्च नहीं

    विश्वविद्यालय ने छात्र विकास की दृष्टि से कई योजनाएं शुरू की है. लेकिन इन योजनाओं पर कोई खर्च नहीं किए जाने का तथ्य उजागर हुआ है. संत गाडगे बाबा एसटी बस पास योजना, संत गाडगे बाबा शुद्ध पेयजल योजना, संत गाडगे बाबा विद्यार्थी शिक्षा सुरक्षा योजना, संत गाडगे बाबा कमाओं और सिखों योजना, साफ्ट स्कील आदि योजनाओं पर गत वर्ष में एक रुपया भी खर्च नहीं किए जाने की बात सूर्यवंशी ने कही है.