प्रतीकात्मक तस्वीर
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    अमरावती. एसटी निगम के राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर कर्मचारियों का आंदोलन लगातार जारी है. एसटी कर्मियों ने मंगलवार को अमरावती डिपो के बाहर धरना दिया और ‘भीख नहीं, अधिकार चाहिए’ के नारे लगाए गए. वहीं एसटी बस के पहिए थमने से एसटी निगम को करोड़ों रुपये का घाटा हो रहा है. 

    डिपो में पकाई खिचड़ी

    अमरावती जिले के मुख्य डिपो सहित सभी तहसील डिपो से बसें बंद कर दी गई हैं. अमरावती मध्यवर्ती बस स्टैंड के सामने आंदोलन चल रहा है और कर्मचारी तीन दिन से धरना दे रहे हैं. मंगलवार को, प्रदर्शनकारियों ने अमरावती बस स्टैंड पर खिचड़ी पकाई और प्रशासन के विरोध में धरना स्थल पर भोजन किया. बस चलने के इंतजार में बैठे भूखे यात्रियों को भोजन कराकर उन्होंने मानवता का परिचय भी दिया.

    सवा करोड का नुकसान

    अमरावती मंडल में 8 बस डिपो हैं. इनमें अमरावती, बडनेरा, चांदूर रेलवे, धामणगांव रेलवे, वरुड, मोर्शी, दर्यापुर, परतवाड़ा शामिल हैं. इन सभी डिपों में बसें नहीं चलने के कारण अमरावती मंडल को प्रतिदिन लगभग 40 से 45 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है. अब तक लगभग सवा करोड का नुकसान होने की जानकारी विभागीय यातायात नियंत्रक श्रीकांत गभणे ने दी है.