अमरावती. मोदी सरकार ने हुकूमत की ताकद पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदीय सदस्यता रद्द की है. राहुल गांधी हमेशा से लोगों का आवाज बनकर मोदी सरकार से सवाल पुछ रहे थे. इसी बात से मोदी सरकार परेशान है. इसलिए ही उनका आवाज बंद करने के लिए मोदी सरकार ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को रद्द किया है. इसके बावजूद अब वो लोगों से सीधे बात करेंगे और दुनिया सुनेगी. इसलिए अदानी के मित्रों की शक्ती भी राहुल गांधी को रोक नहीं सकती क्योंकि वो जनता की आवाज है, ऐसी प्रतिक्रिया महाराष्ट्र की पूर्व कॅबिनेट मंत्री तथा विधायक एड. यशोमति ठाकुर ने दी है.
अब सडक ही संसद
राफेल, अदानी, निरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चोक्सी, विजय मल्ल्या इनके भ्रष्टाचार से संबंधित सवालों को राहुल गांधी हमेशा से उठाते रहे है. इन पर कारवाई की बजाए मोदी सरकारने गांधी परिवार की जांच शुरू कर दी. पुराने बेबुनियादी मुद्दों को निकालकर झुठे मुकदमों में फंसाने की घिनौनी परंपरा मोदी सरकारने शुरू की है. हिंडेनबर्ग रिसर्च ने अदानी ग्रुप के दुर्व्यवहार पर एक रिपोर्ट को रिलीज किया था, तभी से अदानी के दोस्त डरे हुए है.
अदानी के दोस्तों ने पूरी शक्ति लगाकर अदानी को बचाने की कोशिश शुरू कर दी है. लेकिन अब हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से अदानी के दोस्तों की मुश्किलें कम नहीं हो सकती है, इसलिए अदानी के खिलाफ बोलने वाले विपक्षीय दलों पर कारवाई तेज कर दी गयी है, ऐसा आरोप उन्होंने किया है. अब सडक ही संसद है. जनता की आवाज को माइक बंद करके बंद नहीं किया जा सकता, राहुल गांधी अब सीधा जनता से बोलेंगे और दुनिया सुनेगी, ऐसे शब्दों मे एड. यशोमति ठाकूर ने अपनी भावनायें व्यक्त की है.