किसानों का अर्धनग्न आंदोलन, फसल बीमा कंपनी पर कार्रवाई की मांग

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मोर्शी (सं). इस वर्ष खरीफ और रबी की फसल अतिवृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण खराब हो जाने से किसान दोहरे संकट से घिर चुके हैं. मानसून पूर्व बारिश तथा वापसी की बारिश के समय हुए खेती फसलों के नुकसान के बदले कृषि बीमा कंपनी ने किसानों को जो मुआवजा दिया है, वह किसानों के साथ अन्यायपूर्ण होने का आरोप लगाते हुए स्वाभिमानी किसान संगठन ने गुरुवार को मोर्शी स्थित तहसील कार्यालय के सामने अर्धनग्न आंदोलन किया. स्वाभिमानी किसान संगठन के जिलाध्यक्ष अमित अढाऊ, जिलाध्यक्ष प्रवीण मोहोड़ के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में क्षेत्र के किसान भी शामिल हुए.

मासांत के भीतर कार्रवाई का आश्वासन 

आंदोलन के दौरान मोर्शी के तहसीलदार सागर सावले व उपविभागीय अधिकारी नितीन हिंगोले के साथ हुई बैठक में 31 मार्च से पहले कृषि बीमा कंपनी पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. स्वाभिमानी किसान संगठन के जिलाध्यक्ष अमित अढाऊ का कहना रहा कि किसानों ने कृषि बीमा निकालते समय भारतीय बीमा कंपनी ने उनसे प्रति हेक्टेयर 1060 रुपए की प्रीमियम लिया. 

किया गया खिलवाड़

नियम के अनुसार नुकसान का पंचनामा होने के बाद नुकसानग्रसत किसानों को प्रीमियम से ज्यादा मिलनी चाहिए. किंतु कृषि बीमा कंपनी ने किसी के खाते में 250, किसी के खाते में 60 रुपए, तो किसी के खाते में मात्र 30 रुपए जमा कर किसानों की भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए उनके साथ धोखाधड़ी की. इस कारण पीक बीमा शिकायत निवारण समिति के अध्यक्ष के नाते तहसीलदार ने जिलाधिकारी से शिकायत कर कृषि बीमा कंपनी पर धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज करना चाहिए. इस समय कपिल पडघन, प्रेम जवंजाल, स्वप्निल कोठे, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मंगेश फाटे, गोपाल नांदुरकर, स्वप्निल पाथरे आदि उपस्थित थे.