The entire Rana family infected, security guards caught everyone
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    अमरावती. जिले में अतिवृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. लेकिन राज्य सरकार से अब तक कोई सहायता नहीं मिली है. जिसके चलते सोमवार को जिलाधीश कार्यालय में स्थित नियोजन भवन में हुई जिला नियोजन समिति (डीपीसी) की बैठक में विधायक रवि राणा ने किसानों के मुद्दे पर आवाज उठाकर जमकर हंगामा किया.

    उन्होंने बैठक की अध्यक्ष पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर से भी विवाद किया. उसी प्रकार रवि राणा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने नियोजन भवन परिसर में संतरे फेंके और सोयाबीन की फसल की होली जलाकर राज्य सरकार का निषेध किया. इस दौरान दीपावली से पहले किसानों के खाते में नुकसान भरपाई की राशि जमा कराने की मांग की गई.

    प्रति हेक्टे. 30 हजार मुआवजा दें

    बैठक की शुरुआत से ही विधायक राणा ने आक्रामक रुख अख्तियार किया. जिले में लगातार हो रही अतिवृष्टि व विभिन्न प्रकोप के कारण किसानों की सोयाबीन, मूंग, उड़द, संतरा, कपास, तुअर, गन्ना, धान, पानपिंपरी और कपास आदि फसलें और फल बाग का नुकसान हुआ है. जिससे जिले के किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. इस संकट के चलते इस साल किसानों की दिवाली भी अंधेरे में जाने की संभावना है.

    इसलिए प्रभावित किसानों को 30,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा दिया जाए. इसके लिए जिला नियोजन बैठक में प्रस्ताव पारीत कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजा जाए और दिवाली से पहले यानी 28 अक्टूबर तक किसानों के खातों में राशि जमा करने की मांग बैठक में राणा ने की. यदि दिवाली तक किसानों के खाते में पैसा जमा नहीं किया गया तो सभी किसानों को लेकर मातोश्री पर दीपावली नहीं होने देने की चेतावनी भी उन्होंने सभा में दी.

    राणा, पालकमंत्री के बीच तू-तू, मैं-मैं

    जिला नियोजन समिति की बैठक में विधायक रवि राणा ने पीआर कार्ड का मुद्दा उठाया. उसी प्रकार दीवाली से पहले किसानों के खातों में मुआवजे के पैसा जमा कराने को लेकर प्रस्ताव पारीत करने की मांग की. इस समय पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर और विधायक रवि राणा के बीच जमकर बहस हुई. जिससे सदन का माहौल गरमा गया. इस समय ठाकुर ने जब रवि राणा से अपनी अंगुली नीचे करने को कहा तो राणा ने यह दादागिरी नहीं चलेगी, इन शब्दों में यशोमती ठाकुर को प्रतिउत्तर दिया.

    जिला नियोजन सभा केवल दिखावा

    जिला नियोजन बैठक महज दिखावा है. इस बैठक में किसानों के लिए कोई नियोजन नहीं किया गया. अतिवृष्टि के कारण जिले में सोयाबीन, तुअर, उड़द, कपास और संतरे की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इससे जिले के किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. इसलिए बैठक में किसानों को 30,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने का निर्णय लिया जाए और मुआवजे की राशि 28 अक्टूबर तक किसानों के खाते में जमा की जाए.- रवि राणा, विधायक

    पुलिस बनी मूकदर्शक

    विधायक रवि राणा के नेतृत्व में कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय परिसर के नियोजन भवन के व्दार के सामने पहुंचे. यहां उन्होंने दरवाजे के सामने संतरे फेककर सोयाबीन फसल को आग लगाई.  इस सभी घटनाक्रम में पुलिस मुकदर्शक बने रहे. नियोजन भवन के सामने सोयाबीन फसल जाने तक पुलिस ने किसी भी कार्यकर्ता को नहीं रोका. इस दौरान युवा स्वाभिमान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ परिसर में जोरदार नारेबाजी की.