अमरावती. एकल वार्ड पद्धति से चुनाव होने से जमकर जनसंपर्क में जुटे निर्दलीय लड़ने के इच्छुकों की खटिया खड़ी हो गई है. महाविकास आघाड़ी सरकार ने यूटर्न के साथ त्रिसदस्यीय पद्धति से महानगर पालिका चुनाव करने का बुधवार को फैसला किया है. वर्ष 2017 में युति शासनकाल में चार सदस्यीय प्रभाग प्रणाली से चुनाव हुए थे. जबकि वर्ष 2002 में तीन सदस्यीय प्रभाग प्रणाली से चुनाव हुए थे.
इस तरह पूरे 20 वर्षों बाद त्रिसदस्यीय प्रभाग प्रणाली लागू हुई है. अगले वर्ष 2022 फरवरी में मनपा बाडी की अवधि समाप्त हो रही है. राजनीतिक पार्टियों ने त्रिसदस्यीय प्रणाली का स्वागत किया है.
भाजपा को होगा लाभ
भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. प्रत्येक प्रभाग में सक्रिय कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज निर्माण हुई है. त्रिसदस्यीय प्रणाली से निर्दलीयों का बोलबाला समाप्त हो जाएंगा. भाजपा को लाभ होगा. हम इस प्रणाली का स्वागत करते है. -चेतन गावंडे, महापौर
पिछले चुनाव में भाजपा को सर्वाधिक सीटें मिली थी. यह प्रणाली भाजपा राज में ही अमल में लाई गई थी. चुनाव जीतने की कुशलता हमारे पास है. इसलिए इस बार भी भाजपा ही महानगरपालिका में बाजी मारेंगी. -तुषार भारतीय, पक्ष नेता
मविआ के लिए पोषक
कार्यकर्ताओं के लिए स्वागतार्ह निर्णय है, लेकिन निर्दलीयों को निराश होना पड़ेगा. जनता के दुख-दर्द में हमेशा साथ रहने वालों के लिए कोई भी पद्धति से चुनाव हो. फर्क नहीं पड़ता. त्रिसदस्यीय प्रभाग प्रणाली महाविकास आघाड़ी सरकार के लिए पोषक है. -दिनेश बूब, निर्दलीय पार्षद
बसपा देंगी अगला मेयर
इसके पहले भी दो से तीन प्रभाग पद्धति के अनुसार चुनाव हो चुके है. जिससे बसपा पर कोई असर नहीं होगा. हमारी पार्टी कैडरबेस होने से चुनाव में बड़ी सफलता मिलेंगी. अगला महापौर बसपा ही देंगी. -चेतन पवार, गुटनेता बसपा
कांग्रेस को मैजिक फिगर
त्रि-सदस्यीय प्रभाग पद्धति कांग्रेस के लिए अत्यंत पोषक है. अब निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी करने वालों को निराशा हाथ लगेंगी. भाजपा की सत्ता से तंग आ चुके शहरवासी कांग्रेस को फिर सेवा का अवसर देंगे. ऐसी हमें पूरी उम्मीद होने से अगली सत्ता हमारी होगी. – बबलू शेखावत, विरोधी पक्षनेता
अपने 3 दलों के लिए जुगाड़
महाविकास आघाडी ने जनता का कोई विचार नहीं किया. केवल अपने तीन दलों की सुविधा के लिए ही त्रिसदस्यीय प्रभाग प्रणाली का निर्णय लिया है. फिर भी युवा स्वाभिमान पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता. सभी प्रभागों में दमदार उम्मीदवार देंगे. शहरवासी हमें इस बार मनपा की सत्ता सौंपेंगे.- रवि राणा, एमएलए