अमरावती. इस वर्ष की कमरतोड़ महंगाई दिवाली की खुशियों पर भारी पड़ रही है. खाद्य तेल, रसोई गैस, किराना से लेकर इंधन तक, सबकी कीमतों में रिकार्ड बढोत्तरी के कारण इस वर्ष फरसान व मिठाईयों के दाम 10 से 25 फीसदी तक बढने का अनुमान है. जिसका असर दिवाली के रेडिमेड़ फरसान पर पड़ा है. जिसके चलते चकली, चिवड़ा, लड्डु, सेव, कुसली, अनारसे ने दिवाली की खुशियों का स्वाद बिगाड़ा है.
28 के बाद सजेगी दूकानें
शहर में दिपावली पर्व पर रेड़िमेड फरसान बिक्री की दूकान लगाने वाले विक्रेताओं के अनुसार 28 अक्टूबर की आठवी पर्व के दिन से सिटी में जगह-जगह पर रेडिमेड फरसान बिक्री की दूकानें सजना शुरू होगी. अभी बड़े आर्डर तैयार करने का काम शुरू है. यह खाद्य उत्पाद तेल, वनस्पती घी (डालडा) व देसी घी निर्मित रहने से जल्दी खराब होने की संभावना रहती है. इसलिए रेडिमेड फरसान की दूकानें दीपावली ऐन समय पर ही लगाई जाती है. विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष महंगाई के कारण कम माल तैयार करने की जानकारी भी फरसान बिक्रेताओं ने साझा की है.
फरसान पिछले वर्ष के रेट इस वर्ष के अनुमानित रेट
बेसन लड्डु 500 रू किलो 550 रू किलो
चकली 420 रू किलो 450 रू किलो
रवा लड्डु 350 रू किलो 375 रू किलो
कुसली 450 रू किलो 475 रू किलो
चिवड़ा 250 रू किलो 275 रू किलो
शंकरपाड़ा 350 रू किलो 375 रू किलो
सेव 260 रू किलो 300 रू किलो
अनारसे 450 रू किलो 475 रू किलो