Shopkeepers on the road against lockdown

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    अमरावती. जिलेभर के होटल, बार व रेस्टोरेंट संचालकों ने शुक्रवार को भव्य मूक मोर्चा निकाला. जिलाधिकारी कार्यालय पर धमक कर होटलों का समय बढ़ा कर मांगा. ‘सरकार बचाओ, व्यापार बचाओ’ के नारे लगाते कलेक्ट्रेड पर धमके व्यापारियों ने सरकार की दमनकारी नीति का कड़ा निषेध दर्ज किया.

    सारंग राउत के नेतृत्व में निकाले गए इस मोर्चे में होटल व्यवसायियों ने जिला प्रशासन को याद दिलाया कि लाकडाउन में सभी ने कड़ाई से पालन किया. आज हजारों की रोजी-रोटी का ज्वलंत विषय चिंताजनक स्थिति में पहुंच गया है. कोरोना का दुष्प्रभाव घट जाने से पूरे सप्ताह रात 11 बजे तक होटल, रेस्टारेंट, बार व लाजिंग को परमिशन देने शासन-प्रशासन का ध्यान खींचा. 

    डेढ़ साल से कारोबार ठप

    कोरोना संक्रमण के मद्देनजर होटल और लॉजिंग उद्योग पिछले डेढ़ साल से भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है. लेकिन अब जिले में कोरोना की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रहने के बाद भी होटल और रेस्टोरेंट पर अभी भी कड़ी पाबंदियां कायम हैं. जिससे होटल कारोबार पूरी तरह से ठप है. इसलिए अब लाकडाउन खत्म कर रात 11 बजे तक होटल व रेस्टोरेंट चलाने की अनुमति मिले.

    यह मांग अमरावती रेस्टोरेंट एण्ड लॉजिंग एसोसिएशन की है. जिसके लिए होटल संचालकों ने शुक्रवार को इर्विन चौक से लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय तक मौन मार्च कर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया. ‘सरकार जगाओ, व्यापार बचाओ’ के फलकों के साथ काली पट्टी बांधकर होटल संचालकों ने सरकार का विरोध कर निषेध दर्ज किया. 

    40 प्रश होटल व्यवसाय हो गए बंद

    रेस्टोरेंट और लॉजिंग व्यवसायियों के लिए कोरोना संक्रमण काल यह अब तक का सबसे बुरा काल साबित हुआ. होटल व्यवसायियों ने सभी पाबंदियों में प्रशासन का सहयोग किया. लेकिन अब कोरोना के मामले घटने पर भी कड़ी पाबंदियां जस की तस कायम है. होटलों को खुलने के लिए जो समय निर्धारित किया गया है, उस समय पर ग्राहक ही नहीं आते है. ऐसा खुलासा करते होटल एसोसिएशन ने बताया कि बेवजह की कड़ी पाबंदियों से ही होटल व्यवसाय चरमरा गया है. करीब 40 फीसदी छोटे और बड़े होटल बंद हो गए हैं. 

    मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी, मैं होटल कर्मी

    किसी नए व्यवसाय नियोजन और उसका प्रबंधन करना भी अब कठिन हो गया है. इसलिए अब होटलों को रात 11 बजे तक चालू रखने की अनुमति दी जाए यह मांग रेस्टोरेंट एंड लॉजिंग एसोसिएशन ने की. इस मौन मोर्चे में होटल संचालक सारंग राउत, नितिन कदम, मनोज जयस्वाल, रवींद्र सलूजा, अक्षय ढोके, अखिलेश राठी, आबिद हुसैन, समीर देशमुख, शक्तिसिंह राठौड़, चिराग दोशी, अखिल चांडक, उदय बंड, रिजवान मंसुरी और अन्य व्यवसायी उपस्थित थे. 

    टैक्स में छूट देने की मांग 

    होटल संचालकों को GST, संपत्ति कर, बिजली तथा अन्य टैक्स में छूट देने की मांग होटल एसोसिएशन की है. आगामी दिनों में यदि दुबारा कड़ा लाकडाउन लगाया जाता है, तो कम से कम 25 दिन पहले से संबंधित सूचना दी जाए, आदि मांगों का निवेदन होटल संचालकों ने जिलाधीश के माध्यम से सरकार को भेजा हैं.