Municipal elections postponed till February 12 amid rising corona cases in West Bengal
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    • जिला बैंक चुनाव में कूदे खोडके-कडू 

    अमरावती. राजनीति में दुश्मन का दुश्मन अक्सर दोस्त होता है. ठीक यही युक्ति जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव में आजमाई जा रही है. एनसीपी नेता संजय खोडके, राज्यमंत्री बच्चू कडू ने विधायक प्रकाश भारसाकले, प्रताप अडसड के साथ मिलकर नई आघाड़ी बनाने लामबंदी शुरू कर दी है.

    जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में प्रस्थापित जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिरुद्ध उर्फ बबलू देशमुख, प्रा. वीरेंद्र जगताप को मात देने के लिए खोडके-कडू के पैनल को लेकर अभी से सहकार क्षेत्र में सरगर्मियां बढ़ गई है. जिले की राजनीति में इसे पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर बनाम खोडके के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में भी देखा जा रहा है. 

    मौका देखकर चौका मारने की तैयारी 

    महाविकास आघाड़ी में शिवसेना के कोटे से प्रहार के अचलपुर विधायक ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू महिला-बाल विकास, शालेय, श्रम व जलसंपदा राज्यमंत्री है. उनके विरोध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिरुद्ध उर्फ बबलू देशमुख लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके है. इस बार के विस चुनाव में बच्चू कडू बांड्री पर हैट्रीक कर पाए. दोनों की कट्टर राजनीतिक दुश्मनी सर्वविदित है. इसी के चलते राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके ने जिला बैंक चुनाव में राज्यमंत्री बच्चू कडू के साथ मिलकर पैनल बना लिया है.

    बताया जाता है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के शहर दौरे के समय कांग्रेस विधायक सुलभा खोडके द्वारा बोर्ड-फ्लैक्स लगाए जाने को लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष बबलू देशमुख ने यह कहकर आपत्ति जताई कि आप कांग्रेस विधायक है. राष्ट्रवादी कांग्रेस की टिकट पर चुनकर नहीं आए है. बस यही पर दोनों में दरार पड़ी.

    जिसके बाद हाल ही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को खोडके के जनसंपर्क कार्यालय में जाने से रोकने की कोशिश की गई. इस बात को लेकर खुद खोडके भी जारी प्रेस बयान में इस बात का प्रमुख रुप से जिक्र करना नहीं भूले थे. इस तरह जिले की राजनीति में फिर एक बार पटेल-देशमुख द्वंद को हवा मिली. मौका देखकर चौका मारने के लिए खोडके ने बबलू देशमुख के धूर विरोधी राज्यमंत्री बच्चू कडू से हाथ मिला लिया. 

    10 वर्षों से एक छत्र राज को चुनौती 

    इधर, जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक पर निरंतर 10 वर्षों से एक छत्र राज रखने में कामयाब रहे बबलू देशमुख ने जिला परिषद अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद धामणगांव रेलवे के पूर्व कांग्रेस विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप की पत्नी प्राचार्य उत्तरा जगताप को अपनी कुर्सी सौंप दी. जिसके बाद जगताप लगभग 1 वर्ष जिला बैंक की अध्यक्ष रही.

    अब जिला बैंक चुनाव में बबलू देशमुख की सत्ता को खोडके-कडू-भारसाकले व अड़सड के पैनल की चुनौती मिलने जा रही है. फिलहाल जिला बैंक 700 करोड़ के म्यूचल फंड के मामले में चर्चा में है. कोतवाली पुलिस ने बैंक के तत्कालीन सीइओ राठोड़ समेत 11 लोगों पर एफआयआर दर्ज की है.       

    जिला बैंक के चुनाव की प्रक्रिया अभी शुरू हुई है. राज्य मंत्री बच्चू कडू के साथ मिलकर पैनल बना रहे है. हमारे इस पैनल में और कौन कौन जुडता है, यह अभी तय नहीं हो पाया है.- संजय खोडके, प्रदेश महासचिव, राष्ट्रवादी कांग्रेस