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    अमरावती. दुनिया के तीसरे स्काईवॉक बनाने का लक्ष्य महाराष्ट्र सरकार की ओर से रखा गया है. लेकिन इस लक्ष्य को पूरा करने में केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय बाधा बन रहा है. चिखलदरा में टाइगर प्रोजेक्ट अंतर्गत बफर जोन में महाराष्ट्र के सिडको प्राधिकरण द्वारा स्कायवाक का कार्य प्रगति पथ पर है, लेकिन केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा इको सेंसेटिव जोन घोषित किया गया है.

    राज्य सरकार के सिडको डेवलपमेंट प्राधिकरण के माध्यम से केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय को आनलाइन अनापत्ती प्रमाणपत्र (एनओसी) दिया जाता है तो निश्चित ही इसे गति प्राप्त होगी, ऐसा पत्र राज्यमंत्री बच्चू कडू ने केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भेजा है.

    चिखलदरा बनेगा देश का सर्वोत्तम पर्यटन स्थल 

    पत्र में बच्चू कडू ने कहा कि स्काय वॉक के दोनों स्तंभों का कार्य पूर्ण हुआ है. एमटीडीसी रिसॉर्ट से सनसेट पॉइंट तक दोनों पहाड़ियों के बीच 500 मीटर तक का कार्य किया जा रहा है. देश के तीसरे नंबर के स्काईवॉक बनने से चिखलदरा भी विदर्भ का नंदनवन और देश का सर्वोत्तम पर्यटन स्थल बनेगा. जिससे वन और पर्यावरण मंत्रालय को भी आय प्राप्त होगी.

    स्कायवॉक का काम गत कई माह से बंद रहने के कारण पर्यटकों में भी निराशा है. तय समयावधि के पहले यह काम पूर्ण होने के लिए केंद्रीय वन मंत्रालय ने ऑनलाइन एनओसी के लिए विशेष प्रस्ताव सिडको डेवलपमेंट प्राधिकरण के माध्यम से प्रेषित किया है. जिसे हरी झंडी दिखाने की मांग राज्यमंत्री कडू ने की है.