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    अमरावती. यात्रियों को जल्द ही रेलवे रिजर्वेशन चार्ट से मुक्ति मिलनेवाली है. भारतीय रेलवे ने कागज रहित आरक्षण सुविधा के लिए एक नई एचएचटी (हैंड हेल्ड टर्मिनल) प्रणाली विकसित की है. भुसावल मंडल में चार ट्रेनों में इस एचएचटी प्रणाली के तहत आरक्षण पडताल शुरू कर दी है. दिलचस्प बात यह है कि इन चार में से तीन ट्रेनें अमरावती रेलवे स्टेशन से निकलती हैं. मध्य रेलवे की चार ट्रेनों में कुछ दिन पहले ही इस प्रणाली को अपनाने की शुरुआत की गई है. इस प्रणाली को चार ट्रेनों में अमरावती से रवाना होने वाली 12111/12-अमरावती-मुंबई, 22117/18 अमरावती-पुणे, 12119/20 अमरावती-अजनी (नागपुर) और 11127/28 भुसावल-कटनी एक्सप्रेस में अपनाया गया है.

    टीटीई को मिलेगी डिवाइस

    चलती ट्रेनों में टीटीई को एचएचटी डिवाइस मुहैया कराई जाएगी. डिवाइस में लॉग इन करने के बाद टीटीई लॉबी पर टीटीई का व्यक्तिगत विवरण प्रदर्शित किया जाएगा. इस आवेदन के माध्यम से वरिष्ठ टिकट निरीक्षक द्वारा संबंधित टीटीई को संबंधित कोच नंबर दिया जाएगा. तैयार ट्रेन आरक्षण चार्ट एचएचटी के माध्यम से टीटीई को ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है. टीटीई इस डिवाइस के जरिए हर घंटे कैंसिल किए गए रिजर्वेशन को भी देख सकेगा. एचएचटी उपकरणों के माध्यम से यात्री टिकटों को डिजिटल रूप से जांचना संभव हो गया है.

    बर्थ का आवंटन

    आरक्षण रद्द होने के बाद खाली सीटों के लिए एक और आरक्षण चार्ट बनाते समय डिजिटल रूप से आवंटित करना संभव हो गया है. चलती ट्रेन के अगले स्टेशन के यात्रियों को तत्काल उपलब्ध खाली सीटों की जानकारी का लाभ मिलेगा. यदि कोच में पानी नहीं है, बिजली नहीं है, कोच फिटिंग की कमी है, बेड रोल नहीं है, अस्वच्छ स्थिति है और यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता है, तो टीटीई इस उपकरण के माध्यम से अपने वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया जा सकेगा हैं.

    रेलवे में आरक्षण क्रांति

    एचएचटी सिस्टम रेलवे में आरक्षण क्रांति की शुरुआत करने जा रहा है. टिकटों की जांच तेजी से और पारदर्शी तरीके से की जाएगी. कोच में सभी यात्रियों के आरक्षण का विवरण टीटीई के एक क्लिक पर उपलब्ध होगा. हर ताजा घटना चलती ट्रेन में भी यात्रियों को उपलब्ध रहेगी. एचएचटी सर्वरों को सीट विवरण की सूचना साझा करने का कार्य भी शीघ्रता से किया जाएगा. इस डिवाइस के जरिए यात्री के उतरने की जगह को भी बदला जा सकता है. यह प्रणाली भारतीय रेलवे और यात्रियों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी.