अमरावती. संभाग में बारिश के कहर से पांच जिलों में लगभग 3 लाख 61 हजार हेक्टेयर में फसलों का 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने का प्राथमिक अनुमान प्रशासन के रिकार्ड पर है. लेकिन प्रत्यक्ष पंचनामा केवल 21.24 प्रतिशत याने 76 हजार 703 हेक्टेयर फसलों के नुकसान ही हुआ है. जिससे प्रतीत हो रहा है कि यह प्रक्रिया कितनी धीमी गति से शुरू है. उधर इस नुकसान से आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे किसान मुआवजे की आस लगाए बैठे है. जबकि अभी अनेक किसानों के फसलों का पंचनामा तक नहीं निपटा है.
बारिश ने बरपाया कहर
पिछले एक महीने में हुई भारी बारिश से जिले के किसानों को भारी नुकसान हुआ है. खरीफ की शुरुआत में हुई अच्छी बारिश से किसान खुश थे. लेकिन बाद में लंबे ड्राइ स्पेल के बाद हुई भारी बारिश से अमरावती जिले समेत पूरे संभाग में खरीफ की फसल संकट में है. कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 जुलाई तक अमरावती संभाग के सभी पांच जिलों में भारी बारिश से 3 लाख 61 हजार 167.95 हेक्टेयर से अधिक की फसल बर्बाद हो गयी है. 2231.74 हेक्टेयर खेत जमीन का नुकसान हुआ है. 3745 हेक्टेयर भूमि में गाद (कीचड) जमा हो गया है.
सोयाबीन, कपास की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है. लेकिन मात्र 76 हजार 703 हेक्टेयर खेत जमीन का ही पंचनामा किया गया है. इस प्राकृतिक आपदा से संभाग में 37 लोगों की मौत भी हो चुकी है. कुल 192 पशुधन जैसे 74 बड़े डेयरी मवेशी, 62 छोटे डेयरी मवेशी, 48 बड़े और 7 छोटे परीश्रमी मवेशी मारे गए हैं. इस प्राकृतिक आपदा से 2 हजार 135 परिवार प्रभावित हुए हैं. 135 मिट्टी के घर और 67 कंक्रीट के घर पूरी तरह से नष्ट हो गए. 6491 कच्ची और 280 पक्की मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं.
जिले में 1.32 लाख हेक्टेयर नुकसान
कृषि विभाग के अनुसार अमरावती जिले में भारी बारिश से अब तक 1182 गांव प्रभावित हुए हैं. प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार 1 लाख 32 हजार 263.52 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, कपास, तूअर आदि फसलों को नुकसान पहुंचा है. साथ ही 1700.50 हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि भूमि का नुकसान हुआ है.
जिलानिहाय नुकसान व पंचनामा (हेक्टेयर)
जिला नुकसान पंचनामा प्रतिशत
अमरावती 132263 20737 15.86
अकोला 72036 12567 17.45
यवतमाळ 149181 38454 25.76
बुलडाणा 7004 4945 70.60
वाशिम 681 00 00
कुल 361165 76703 21.24