Manish Nagar Railway Crossing

    Loading

    • बंद गेट क्रास करते समय 6 माह में 5 लोगों की हो चुकी है मौत

    धामणगांव रेलवे. रेलवे क्रासिंग पर बंद गेट के नीचे से दुपहिया और साइकिल निकालना अपराध होने के बावजूद कई चालक इससे बाज नहीं आते और जान जोखिम में डाल रेल आने के चंद मिनटों पहले पटरी पार करने की रिस्क उठाते है. बीते छह माह में 107 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. जबकि बिते चार साल में 70 किमी की दूरी पर छह रेलवे क्रॉसिंग के पास पांच लोगों की मौत हुई हैं.

    हर घंटे में दो से तीन ट्रेन

    नागपुर-मुंबई सेंट्रल रेलवे लाइन पर, पुलगांव से बडनेरा तक 70 किमी की दूरी पर, छह रेलवे क्रॉसिंग हैं. जिनमें चिंचोली, धामनगांव, दीपोरी, चांदूर रेलवे, मालखेड और टीमटाला है. यह रेलवे क्रॉसिंग सबसे व्यस्त रहते है. दत्तापुर-धामनगांव यह जुड़वां शहर दो भागों में विभाजित होने से साइकिल व बाइकचालक समेत पैदल यात्रियों में फाटक पार करने की होड़ मची होती है.

    यही हाल चांदूर रेलवे, चिंचोली रेलवे क्रॉसिंग का है. नागपुर-मुंबई मध्य रेलवे मार्ग पर हर पौन से एक घंटे में दो से तीन यात्री और मालगाड़ी चलती है. इसलिए संबंधित छह रेलवे फाटक कम से कम आठ से दस मिनट के लिए बंद कर दिए जाते हैं. किसी पानठेले पर व्यर्थ दस मिनट बर्बाद करनेवाला तथा किसी के साथ व्यर्थ बतियाने में कीमती समय बर्बाद करनेवाला जल्दी के नाम पर में बंद रेलवे गेट पार करने का काम करता है. 

    जब्त हो सकती है बाइक

    फाटक बंद होने पर ट्रेन बहुत तेज चलती है. इसलिए दोपहिया और पैदल चलने वालों को रेलवे क्रॉसिंग से पांच से दस मीटर की दूरी पर खड़ा होना जरूरी है. दोपहिया वाहन रेलवे क्रॉसिंग के सटकर खड़ा करने और रेलवे क्रॉसिंग को पार करते समय रेलवे पुलिस रेलवे अधिनियम 159 और 147 के तहत कार्रवाई करती है. इस कार्रवाई में बाइक जब्त की जाती है. रेलवे पुलिस अब तक ऐसे लोगों पर पैनी नजर रखते 107 चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. केस दर्ज कराने वाले आरोपितों को कोर्ट का चक्कर लगाने पड़ रहे है.

    जान जोखिम में ना डाले

    फाटक बंद होने पर दोपहिया और पैदल चलने वालों के लिए रेलवे फाटकों को पार करना खतरनाक और कानूनन अपराध है. यह जानलेवा हो सकता है. इसलिए रेलवे फाटक बंद होने पर किसी को भी पार नहीं करना चाहिए.- सीएल कनोजिया, निरीक्षक, आरपीएफ रेलवे स्टैशन, धामणगांव रेलवे.