3 माह में रिकार्ड 103 सामान्य डिलीवरी, साद्रावाडी पीएचसी के डाक्टरों का कमाल

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    अमरावती. मेलघाट जैसे अतिदुर्गम इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराते समय कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इन समस्याओं पर मात कर साद्रावाडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने पिछले तीन महीनों में रिकॉर्ड 103 प्रसव दर्ज किए हैं. इस उल्लेखनीय कार्य की हर तरफ सराहना हो रही है. अंधविश्वास के दूसरे नाम के रुप में जाने जाते मेलघाट जैसे क्षेत्र में राज्य की तुलना में घर में जन्म की दर अधिक है. फिर भी दिन-ब-दिन इसमें गिरावट देखी जा रही है.

    नवनिर्मित प्रसूति अस्पताल एक अगस्त से शुरू किया गया है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कुल 22 उच्च जोखिम वाली माताओं का प्रसव हुआ है, जिनमें कम दिनों की डिलीवरी, पीआईएच, उच्च रक्तचाप, जटिल प्रसव वाली माताएं, पोस्ट-डेटेड डिलीवरी होने से लाभार्थियों का भटकना बंद हो गया है. वैद्यकिय अधिकारी डा. शुभम मालवीय के मार्गदर्शन में डा. सोहम उघड़े, जयश्री गुल्हाने, मंगला केने, स्वास्थ्य सेविका तथा पीएचसी की पूरी टीम की मदद से डिलिवरी करना आसानी से संभव हो रहा है.

    सबका प्रयास रंग लाया

    वरिष्ठ स्तर से जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिलीप रणमाले के मार्गदर्शन में समय-समय पर आयोजित बैठकें, कार्य भ्रमण, साथ ही समय-समय पर आयोजित अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के ओरिएंटेशन प्रशिक्षण एवं जिला स्तर से स्वास्थ्य विस्तार अधिकारी ( मेलघाट सेल) अभ्यंकर का निरंतर फालोअप, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डा. वानखड़े का नियमित पर्यवेक्षण, पीएचसी के स्वास्थ्य सहायकों का नियमित मार्गदर्शन व समीक्षा बैठकें सकारात्मक स्वास्थ्य सेवाओं के प्रावधान के पूरक हैं. इसी सामूहिक प्रयासों के चलते यह उपलब्धि हासिल हुई है.

    स्वास्थ्य और आशा सेविकाओं में विश्वास

    स्वास्थ्य सेवक, सेविकाएं, आशा सेविकाओं की निरंतर गृहभेंट से लाभार्थियों में विश्वास पैदा करता है. उनके प्रत्येक सुख और दुख में हिस्सा लेने से गर्भवति अपने विश्वास के व्यक्ति के मार्गदर्शन से डिलिवरी के लिए तैयार होती है. इस उल्लेखनीय कार्य की जिला स्तर से जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविशांत पांडा, स्वास्थ्य सभापति बालासाहेब हिंगनिकर और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिलीप रणमले ने सराहना की है.