बेटा ही निकाला पूर्व सरपंच का हत्यारा, आसेगांव पुलिस की कार्रवाई

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    आसेगांव (सं). ग्राम वाकी के पूर्व सरपंच कैलाश सुखदेवराव डोंगरे (50) की रहस्यमय हत्या की गुत्थी को आसेगांव पूर्णा पुलिस ने सुलझा लिया है, कैलाश के बेटे शुभम डोंगरे (18, वाकी) ने ही अपने पिता की हत्या करने की कबूली दी है. जिसे पुलिस ने  गिरफ्तार किया है. 

    48 घंटे में सुलझाई गुत्थी

    आसेगांव पूर्णा क्षेत्र के वाकी में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस को घर में ही पूर्व सरपंच कैलाश डोंगरे के सिर पर किसी ने जबरदस्त वारकर हत्या कर दी थी. आसेगांव पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ दफा 302 का मामला दर्ज कर जांच शुरू की. संदेह होने पर पुलिस ने कैलाश के बेटे शुभम डोंगरे को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो उसने इधर उधर के जवाब देकर गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन बाद में पुलिस की कड़ी पूछताछ ने उसने पिता कैलाश की हत्या की कबूली दी.

    इस तरह आसेगांव हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने 48 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझा कर हत्यारे शुभम डोंगरे को गिरफ्तार करने में सफलता पाई. एसपी अविनाश बारगल, एएसपी शशिकांत सातव, एसडीपीओ सूर्यकांत जगदाले के मार्गदर्शन में आसेगांव के थानेदार मिलन कोयल के नेतृत्व में एपीआई पंकज तायड़े, पीएसआई दत्तविजय महल्ले, अनिल इंगले, मनीष काटोलकर, इजहार साकीय, जितेश बाबिल, प्रवीण अंबाडकर, मोनाली डोंगरे व नम्रता डोंगरे ने यह कार्रवाई की.

    लड़ाई झगड़े से था परेशान

    आसेगांव के थानेदार मिलन कोयल के अनुसार बेटे शुभम डोंगरे ने पिता कैलाश की हत्या के बारे में  बताया कि  शराब की लत के कारण उसके पिता कैलाश घर में रोजाना लड़ाई झगड़ा करते थे. परिजनों से मारपीट करते थे. कैलाश घर में बेटे शुभम व बेटी वैशाली (21) व पत्नी से आये दिन की झगड़ा करता था. जिसके कारण 15 अगस्त को हुये विवाद में शुभम ने खलबत्ते से कैलाश के सिर पर वारकर दिया. जिससे कैलाश की मौत हो गई.