अमरावती. आगामी मनपा चुनाव में एनसीपी की प्राथमिकता बीजेपी को सत्ता से बाहर रखना है. कांग्रेस से यदी गठबंधन का प्रस्ताव आता है. तो निश्चित तौर पर उस पर विचार किया जाऐंगा. यह घोषणा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके ने शनिवार को की.
शिवसेना से हाथ मिलाने का विकल्प
संजय खोडके को राष्ट्रवादी कांग्रेस का संभागीय समन्वयक नियुक्त किया गया है. उसके बाद पहली बार उन्होंने अपनी भूमिका स्पष्ट की. कांग्रेस ने अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हर पार्टी को पार्टी के विकास की महत्वाकांक्षा रखनी चाहिए, यह उनका अधिकार है. लेकिन बीजेपी को सत्ता से बाहर करना भी जरूरी है.
गठबंधन को लेकर स्थानीय स्तर पर प्रारंभिक चर्चा के बाद वरिष्ठ स्तर पर निर्णय लिया जाएगा. शिवसेना से भी हाथ मिलाने का विकल्प भी खुला है. ऐसी जानकारी भी खोड़के ने दी.
संभाग में समन्वय से कार्य
संभाग के पांच जिले में समन्वय से काम करेंगे. सबको लेकर पार्टी के विकास की रणनीति तैयार की जाएगी. शुरुआत में पांच जिलों का अध्ययन किया जाएगा. उसके बाद आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के सिलसिले में सभी पुराने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को एक साथ लाने का काम किया जाएगा. पांच जिलों में पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम किया जाऐंगा.
यह दावा भी उन्होने किया. इस अवसर पर राकांपा के नवनियुक्त शहर अध्यक्ष प्रशांत डवरे, पूर्व महापौर किशोर शेलके, पूर्व स्थायी समिति सभापति अविनाश मार्डिकर, जिलाध्यक्ष सुशील गावंडे, भोजराज काले, एड. सुनील बोले,नीलेश शर्मा, प्रशांत धर्माले, मनीष बजाज, आदि मौजूद थे.