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अमरावती. पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर राज्य के लाखों सरकारी कर्मचारियों ने बुधवार दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रखी. जिससे सरकारी कार्यालयों का कामकाज पूरी तरह से प्रभावित रहा. जिसके कारण सरकारी कामों के लिए नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

वहीं सरकारी कर्मचारियों की इस हड़ताल को विविध संगठनों द्वारा समर्थन भी मिल रहा है, विगत कुछ सालों पहले पुरानी पेंशन बंद कर दी गई थी, अब पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों द्वारा बेमियादी आंदोलन किया जा रहा है. इसके पूर्व कई बार ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब कर्मचारियों ने एकजुट होकर तीव्र आंदोलन शुरू किया. दूसरे दिन बुधवार को भी सरकारी कार्यालयों के सामने आंदोलन कर नारेबाजी की गई. ग्रामीण इलाकों से अपने विविध सरकारी कामों के लिए आनेवाले नागरिकों को इस हड़ताल के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

कई संगठनों का समर्थन

महाराष्ट्र कर्मचारी संगठन की ओर से पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर किए जा रहे आंदोलन में महानगरपालिका के कर्मचारी भी शामिल हैं. वहीं कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, विलास इंगोले, मिलिंद चिमोटे ने आंदोलनकारियों से मिलकर समर्थन किया. इसी तरह राजवीर संगठन के अध्यक्ष रहमत खान उर्फ रम्मू व उनके पदाधिकारियों ने अनशन मंडप को भेंट देकर समर्थन घोषित किया.

पुलिस का बंदोबस्त बढ़ा

‘सरकारी कर्मचारी द्वारा महाराष्ट्र के कई जिलों में किए जा रहे आंदोलन के बाद दूसरे दिन भी कर्मचारियों का आंदोलन शुरू है. जिसके बाद अमरावती जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर पुलिस का बंदोबस्त बढ़ा दिया गया. वहीं मुख्य गेट पर पुलिस को तैनात किया गया है. इसी के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर पुलिस विभाग के साथ एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड की भी तैनाती की गई. जिले में अधिकतर सरकारी कार्यालय के कर्मचारी धरना आंदोलन पर बैठे हैं.