डेढ़ दशकों की पेयजल समस्या दूर करेंगे, शीतसत्र में उठाएंगे आवाज : अडसड

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    धामनगांव रेलवे. जिले के धामनगांव रेलवे विधानसभा क्षेत्र के चांदूर रेल्वे तथा नांदगांव खंडेश्वर की भीषण पेयजल समस्या विगत 15 वर्षों से जस की तस बनी हुई है. यह एक भीषण समस्या बनी हुई है. जिसे दूर करने का पुरजोर प्रयास करने के लिए विधानसभा में आवाज बुलंद करने की बात क्षेत्र के विधायक प्रताप अडसड ने कही है. 

    उद्योग विकास, रोजगार को प्राथमिकता

    तीन तहसीलों में स्मशानभूमि विकास, बस स्टाप, पगडंडी मार्ग, जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव ग्रामीण जीवन के विकास में रोडा बना हुआ है. जिसे सुलझाने हेतू प्राथमिकता रहेगी. बढ़ती आबादी में युवा एवं महिलाओं की बेरोजगारी मुंह बाये खड़ी है. लेकिन छोटा सा प्रयास क्यों न हो पूर्व विधायक अरुण अडसड ने गजानन सहकारी सुत गिरणी को जरिया बनाकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का सफल प्रयास किया गया है. धामनगांव रेलवे, चांदूर रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर की एमआयडीसी में कोई बड़ा प्रकल्प नहीं होने से बेरोजगारी की समस्या विक्राल रूप ले रही है. जिसके चलते यहां के युवा रोजगार की तलाश में पुण, औरंगाबाद, मुंबई की राह पकड़ रहे हैं. यदि इन तीनों तहसीलों में बड़े उद्योग लाने की प्रमुखता रहेगी.

    सभी को मिले आवास योजना का लाभ 

    प्रधानमंत्री आवास योजना के चलते  किए गए विगत गलत सर्वे की वजह से पात्र लाभार्थियों को घरकुल से वंचित रहना पड़ा और यह सूची बढ़ती ही जारही है. तकनीकी खामियों पर ऊंगीली रख प्रशासन द्वारा कोताही बरती जारही है. जबकी पंतप्रधान नरेन्द्र मोदी द्वारा संकल्पीत हर जरुरतमंद एवं पात्र व्यक्ति को इस आवास योजना का लाभ मिले यह सपना है. 

    हर ग्राम में जिम, अभ्यासिका का संकल्प

    नागपुर -मुंबई समृद्धि महामार्ग के तहत विधानसभा क्षेत्र के धामणगांव रेलवे तथा नांदगांव खंडेश्वर इन दोनों नोड क्षेत्र के विकास जल्द से जल्द हो इस हेतु फालोअप शूरू है. जो कि आनेवाले समय में दिखाई देगा. युवाओं के शारीरिक विकास की जरूरत को मद्देनजर आधुनिक जिम का होना समय की मांग है. अभ्यासिका निर्माण के लिए भरसक प्रयास होगा.

    सड़क विकास का बैकलॉग पूरा करेंगे

    धामणगांव रेलवे विधानसभा क्षेत्र के रास्तों की हालत विशेषत: ग्रामीण इलाकों की बहुतही खराब हो चुकी है. जिस पर किसी बिमार मरीज को शहरों की और ले जाना जिक्र का काम हो चुका है. इन रास्तोंके लिए पंतप्रधान सड़क योजना का पूरा लाभ मिल रहा है. पर्यटन की भौगोलिक दृष्टी से जंगल सफारी एंव वन्यजीव संरक्षण के लिए चिरोडी क्षेत्रका भरकस विकास हो ताकि ग्रामीण लोगों को रोजगार का जरिया मिले.