
जलगांव: महाराष्ट्र के जलगांव के पालधी में गुस्साई भीड़ ने एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि उन्हें संदेह था कि उसमें गोमांस है। इस घटना के बाद पालधी गांव समेत पुरे इलाके में गुरुवार देर रात तक तनाव बना रहा।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात करीब 9 बजे बंभौरी एसएसबीटी कॉलेज के पास पेट्रोल पंप पर एक ट्रक रुका था। इस दौरान दुर्गंध आने पर कुछ युवकों को शक हुआ। जब युवकों ने पूछताछ शुरू की तब ट्रक ड्राइवर ने बराबर जावा नहीं दिए। जिसके बाद पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने युवकों के साथ थाने में फोन कर जानकारी दी। सूचना मिलते ही एक पुलिसकर्मी पेट्रोल पंप पर पहुंचा।
ख़बरों के मुताबिक, पुलिसकर्मी ट्रक को अपने साथ ले जा रहा था। इसी दौरान ट्रक के पीछे-पीछे आ रहे युवकों को शक हुआ कि ट्रक पुलिस स्टेशन की ओर नहीं, बल्कि इलाके की ओर जा रहा है। पुलिस ने ट्रक को छोड़ दिया है, तब युवकों ने ट्रक को पीछा करते हुए रोक लिया। गुस्से भीड़ ने ट्रक ड्राइवर की पिटाई की और ट्रक को आग लगा दी।
ट्रक में गोमांस नहीं था: एसपी एम राजकुमार
अब इस मामले को लेकर जिले के एसपी एम राजकुमार ने नया खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि ट्रक में गोमांस था ही नहीं। उन्होंने बताया “ट्रक में जानवरों का चमड़ा था, जिसे वे लेदर फैक्ट्री के लिए ले जा रहे थे, लेकिन कुछ युवकों ने गलतफहमी के चलते पुलिस के सामने ही पत्थरबाजी की और हुड़दंग मचाया। वहीं, कुछ लोगों ने क्लीनर और ड्राइव को मारने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनको बचा लिया। हुड़दंगियों ने ट्रक को आग लगा दी।”
18 लोग को गिरफ्तार
एसपी एम राजकुमार ने बताया, “ट्रक ड्राइवर सल्लू खान उर्फ बाबू खान और क्लीनर मानसिंह श्रीराम कुशवाहा दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और चमड़े से लदे ट्रक को औरंगाबाद से कानपुर लेकर जाने वाले थे। ट्रक जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने उसमें गोमांस का शक होने को लेकर पीछा कर रहे थे। जैसे ही पुलिस को जानकारी मिली, वहां टीम पहुंची। उधर, पंचनाम कर डॉक्टर ने सैंपल भी निकाल दिए। पुलिस टीम ने फायर ब्रिगेड बुलाकर जो आग लगी थी उसे बुझाई गई।” एसपी ने बताया कि इस मामले में अभी तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच चल रही है।