मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे चांदीवाल आयोग के सामने सोमवार को एक बार फिर से पेश हुए हैं। देशमुख पर मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Former Mumbai Police Commissioner Parambir Singh) ने भ्रष्टाचार (Corruption) के गंभीर आरोप लगाए हैं। देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोप लगे हैं। देशमुख जे आयोग पहुँचने के बाद मुंबई पुलिस के बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे भी आयोग पहुंचे हैं। वह भी आयोग के सामने पेश होंगे। देशमुख फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं, उन्हें ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले देशमुख के अलावा मुंबई पुलिस के बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह भी आयोग के सामने पेश हो चुके हैं। वाजे को पहले एनआईए ने अरेस्ट किया था उसके बाद मुंबई पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में लिया था। बता दें कि इससे पहले विशेष पीएमएलए अदालत के न्यायाधीश एचएस सतभाई ने देशमुख को न्यायमूर्ति के यू चांदीवाल आयोग के समक्ष पेश करने के वारंट को अनुमति दी थी।
Former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh appears before Chandiwal Commission in Mumbai
The Commission is probing the allegations of corruption made by former Mumbai Police Commissioner Param Bir Singh against Deshmukh pic.twitter.com/rkrDy8iMV9
— ANI (@ANI) December 13, 2021
महाराष्ट्र सरकार ने इस साल मार्च में राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) चांदीवाल के एकल सदस्यीय आयोग का गठन किया था।
एंटीलिया के पास विस्फोटक सामग्री बरामदगी मामले के बाद मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाए गए सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने पुलिस अधिकारियों से शहर में बार और रेस्तरां से प्रति माह 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था। केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं।