मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) से जुड़े कई ठिकानों पर आयकर विभाग (Income Tax) ने शुक्रवार को छापेमारी की है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अनिल देशमुख से जुडी नागपुर (Nagpur) भी रेड (Raid) की है। बताया जा रहा है कि, आयकर विभाग देशमुख के इनकम टैक्स का ब्योरा खंगाल रहा है। इससे पहले अनिल देशमुख के ठिकानों पर ईडी ने भी रेड की थी। ईडी फिलहाल देशमुख के खिलाफ लगाए गए 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोपों की जांच कर रही है।
इस बीच खबर है कि, एनआईए द्वारा गिरफ्तार मुंबई पुलिस के बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे (Sachin Vaze) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को दिए अपने बयान में आरोप लगाया है कि, महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब (Anil Parab) और उनके तत्कालीन कैबिनेट सहयोगी अनिल देशमुख ने मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा जारी तबादला आदेशों को रोकने के एवज में शहर के 10 पुलिस उपायुक्तों (DCP) से 40 करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी। यह बयान प्रवर्तन निदेशालय द्वारा देशमुख के पूर्व निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे के खिलाफ धनशोधन के मामले में हाल में दायर चार्जशीट का हिस्सा है।
Maharashtra | Income-Tax Department is conducting raids at several locations including the Nagpur residence of former state home minister Anil Deshmukh, in connection with income tax irregularities
Visuals from Nagpur pic.twitter.com/ARW6t8fEHh
— ANI (@ANI) September 17, 2021
बता दें कि, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने जुलाई 2020 में मुंबई में 10 डीसीपी के स्थानांतरण के आदेश जारी किए थे।रिपोर्ट्स के अनुसार, सचिन वाझे ने अपने बयान में दावा किया है कि सिंह द्वारा जारी स्थानांतरण आदेश को लेकर तत्कालीन गृह मंत्री देशमुख और परब खुश नहीं थे। वाझे ने कहा है कि, बाद में मुझे पता चला कि स्थानांतरण आदेश में सूचीबद्ध पुलिस अधिकारियों से 40 करोड़ रुपए की राशि एकत्र की गई थी, जिनमें से अनिल देशमुख और अनिल परब और 20-20 करोड़ रुपए दिए गए थे।