Anil Deshmukh
File Photo: ANI

    Loading

    मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोपों की जांच कर रहे मुंबई में चांदीवाल आयोग जल्द ही अपने नतीजे पर पहुंच सकता है। आयोग पहले ही देशमुख का बयान दर्ज कर चुका है। बता दें कि, देशमुख पर मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Former Mumbai Police Commissioner Parambir Singh) ने भ्रष्टाचार (Corruption) के गंभीर आरोप लगाए हैं।

    एएनआई के अनुसार, निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख चांदीवाल आयोग के समक्ष पेश हुए हैं। आयोग आज (गुरुवार को) आखिरी सुनवाई के बाद सीलबंद लिफाफे में महाराष्ट्र सरकार को अपने फैसले सौंप सकता है। महाराष्ट्र सरकार ने इस साल मार्च में राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) चांदीवाल के एकल सदस्यीय आयोग का गठन किया था।

    इससे पहले देशमुख के अलावा मुंबई पुलिस के बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे भी आयोग के सामने कई मौकों पर पेश हो चुके हैं। देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। देशमुख फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। वहीं वाजे को पहले एनआईए ने अरेस्ट किया था उसके बाद मुंबई पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में लिया था। वाजे भी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

    एंटीलिया के पास विस्फोटक सामग्री बरामदगी मामले के बाद मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाए गए सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने पुलिस अधिकारियों से शहर में बार और रेस्तरां से प्रति माह 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था। केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं।