anil deshmukh
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    मुंबई: एक बड़ी खबर के अनुसार महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने ईडी को बताया कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह (Param Bir Singh) मनसुख हिरेन मौत मामले और एंटीलिया बम मामले (Antilia Bomb Case)  का मास्टरमाइंड है। उन्होंने यह भी कहा कि सिंह ने झूठी जानकारी दी और तथ्यों को छुपाया है। 

    बता दें कि यह घटना बीते साल फरवरी और मार्च महीने के दौरान घटी थी। जहां उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के नजदीक 25 फरवरी को एक स्कॉर्पियो कार में जिलेटिन की छड़ें मिली थीं। वहीं, ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन ने तब दावा किया था कि यह कार एक सप्ताह पहले चोरी की गई थी, बाद में हिरेन पांच मार्च को ठाणे में मृत मिले थे। इस मामले में अभी तक पुलिस अधिकारी सचिन वाजे सहित कई पुलिस अधिकारी जेल में है।

    उल्लेखनीय है कि, इससे पहले अनिल देशमुख ने एंटीलिया मामले में भी बड़ा खुलासा किया था। उनके अनुसार, उन्होंने इस मामले में तीन अपर मुख्य सचिवों की उपस्थिति में परमबीर सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा कि, पूछताछ के दौरान परमबीर सिंह डर से कांप रहे थे।

    उन्होंने कहा कि वहां मौजूद अधिकारियों ने सुझाव दिया कि इस मामले को एटीएस को स्थानांतरित किया जाए, लेकिन इस पर आपत्ति जताते हुए मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने कहा कि जांच मुंबई पुलिस को दी जाए।यही नही, अनिल देशमुख ने चांदीवाल आयोग के सामने भी यह बात कही थी।  इस मौके पर पूछताछ के दौरान परमबीर सिंह ने कहा था कि मुझे नहीं पता कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर किस तरह की विस्फोटक भरी कार खड़ी थी।

    बता दें कि, अदालत ने अनिल देशमुख की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए और बढ़ा दिया है। ईडी ने  देशमुख को जबरन वसूली और मनी लांड्रिंग के आरोपों के सिलसिले में 2 नवंबर, 2021 को गिरफ्तार किया था। वे मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद है। वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री मनी लांड्रिंग मामले में ‘डिफाल्ट’ जमानत की मांग की थी, जिसे मुंबई की एक विशेष अदालत ने ख़ारिज कर दिया। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।