औरंगाबाद : राज्य सरकार (State Government) ने महा कृषि ऊर्जा अभियान (Maha Krishi Urja Abhiyan) के माध्यम से कृषि पंपों (Agriculture Pump) के बिजली बिल के बकाया पर लगभग 66% छूट प्राप्त करने का अवसर दिया है। इस अभियान में औरंगाबाद सर्कल (Aurangabad Circle) के 51 हजार 529 किसानों ने भाग लिया है। महावितरण ने सभी कृषि पंप धारकों से अपने बिजली बिलों का भुगतान करने और अपने वर्तमान बिजली बिलों (Electricity Bills) का नियमित भुगतान करने की अपील की है।
इस अभियान में कुल कृषि आकस्मिक निधि का 66 प्रतिशत यानि 33 प्रतिशत धनराशि ग्राम पंचायत और जिला स्तर पर विकास कार्यों पर खर्च की जा रही है। एक अलग खाते में जमा की जाने वाली धनराशि का उपयोग नए सबस्टेशन, नए राउटर और क्षमता निर्माण के साथ-साथ नए बिजली कनेक्शन और बिजली व्यवस्था के बुनियादी ढांचे को सक्षम करने के लिए किया जा रहा है। इससे कृषि पंपों सहित सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को अधिक गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति मिलेगी। महावितरण ने किसानों से अपील की है कि वे बकाया राहत और ग्राम विद्युत व्यवस्था के विकास के दोहरे लाभ के लिए इस अभियान का लाभ उठाएं।
बिजली बिल के मूल बकाये पर ब्याज और जुर्माने की छूट के साथ-साथ डी-पंजीकरण के बाद संशोधित बकाया का 50 प्रतिशत मार्च 2022 तक भुगतान किया जाएगा और शेष 50 प्रतिशत बकाया भी माफ कर दिया जाएगा। औरंगाबाद जिले में 33,082 ग्राहकों ने 18.66 करोड़ रुपये और जालना जिले में 18,447 ग्राहकों ने बकाया और चालू बिजली बिलों के लिए 9 करोड़ 42 लाख रुपये का भुगतान किया है। इसमें से 1991 औरंगाबाद जिले के किसान और जालना जिले के 810 किसान पूरी तरह कर्ज मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने वर्तमान बिजली बिल सहित संशोधित बकाया का 50 प्रतिशत भुगतान कर दिया है। इसलिए संशोधित एरियर में भी उन्हें राहत और पूरा एरियर मिला है। इस लिंक https://billcal.mahadiscom.in/agpolicy2020/ में कृषि पंप बकाया और छूट का विवरण देखने के साथ-साथ ग्राहक संख्या दर्ज करके बिल का भुगतान करने की सुविधा है। महावितरण ने किसानों से इस ऐतिहासिक अभियान में बिजली बिल का भुगतान करने और अपने गांवों में बिजली व्यवस्था विकसित करने की अपील की है।