मनपा के 90 ठेका कर्मियों की छुट्टी, काम में लापरवाही की वजह से दिवाली में चला हंटर

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छत्रपति संभाजीनगर: संभाजीनगर (Sambhajinagar) मनपा (Municipal Corporation) के जलापूर्ति और दमकल जैसी अत्यावश्यक सेवाओं की आपूर्ति करने वाले विभाग के साथ ही यांत्रिकी एवं पशुसंवर्धन विभाग में नियुक्त 90 ठेका कर्मचारियों (Contract Employee) की छुट्टी (Fired) कर दी गई है। इन कर्मियों पर आरोप है कि वे सूचना दिए बगैर व नदारद हो जाते थे, साथ ही नागरिकों को सेवा देने में ये नाकाम रहे। लापरवाही ना करने की चेतावनी के बावजूद कर्मचारी अपनी आदत से बाज़ नहीं आ रहे थे।  

मनपा प्रशासक एवं आयुक्त जी. श्रीकांत ने शुक्रवार, 10 नवंबर को  यह जानकारी दी। कहा कि मनपा में स्थायी अधिकारियों व कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने से दिन-ब-दिन कमी आ रही है। इसे देखते हुए मनपा के विभिन्न विभागों में ठेका कर्मियों की नियुक्ति की गई है। यही नहीं, ठेका कर्मियों को न्यूनतम वेतन कानून के अनुसार वेतन दिया जा रहा है। बावजूद इसके ये कर्मचारी नागरिकों को बुनियादी व अत्यावश्यक सेवा प्रदान करने में विफल रहे हैं। 

3 महीने पहले 245 को भेजा था घर
मनपा आयुक्त जी. श्रीकांत ने कहा कि काम में लापरवाही बरतने को लेकर 3 महीने पहले 245 ठेका कर्मियों की छुट्टी की गई थी। बावजूद इसके अन्य ठेका कर्मचारी हरकतों से बाज नहीं आए और उनके कामकाज में सुधार नहीं आया। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें सूचना दी थी कि मनपा के जलापूर्ति एवं दमकल विभागों में नियुक्त ठेका कर्मी लापरवाही बरत रहे हैं। इसके आधार पर जलापूर्ति विभाग के 4 दमकल विभाग के 27 और यांत्रिकी विभाग के 9 पशुसंवर्धन विभाग के 11 इस तरह कुल 90 ठेका कर्मियों की सेवाएं खत्म कर दी गई। 

अत्यावश्यक सेवा के कर्मियों पर लगाएंगे एस्मा  
मनपा आयुक्त जी श्रीकांत ने कहा कि मनपा में स्थाई या ठेका कर्मियों का दायित्व है कि वे उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करें। चेताया कि यदि अत्यावश्यक सेवाएं पानी, स्वास्थ्य, दमकल विभाग के कर्मियों ने अलग-अलग करों का भुगतान करने वाले नागरिकों को परेशान किया, तो उनके खिलाफ एस्मा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। 
स्थाई भर्ती के बाद नहीं रहेगी जरूरत
मनपा आयुक्त जी श्रीकांत ने कहा कि मनपा की ओर से स्थाई कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया कार्यान्वित की जा रही है। इसके तहत पहले चरण में 12 कर्मियों की भर्ती की जाएगी। यही नहीं, राज्य सरकार के पास 285 कर्मचारी भर्ती का प्रस्ताव भेजा गया है। उसे स्वीकृति मिलने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके बाद आर्थिक तंगहाली झेल रही मनपा ठेका कर्मियों की सेवा समाप्त कर देगी।