50 bribery traps, police and revenue tops in 5 months
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    औरंगाबाद : इंडस्ट्रियल मीटर (Industrial Meter) हटाकर कमर्शियल मीटर (Commercial Meter) लगाने के लिए महावितरण (Mahavitaran) के टेक्नीशियन (Technician) को 40 हजार रुपए की रिश्वत (Bribery) मांगना महंगा पड़ा। शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों (Anti-Corruption Bureau) को इसकी सूचना देने पर उसकी सारी जांच पड़ताल कर एसीबी ने महावितरण के टेक्नीशियन के खिलाफ मामला दर्ज (Case Registered) किया है। जिस टेक्नीशियन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उसकी पहचान 32 वर्षिय अनिल आसाराम गरंडवाल (Anil Asaram Garandwal) के रुप में की गई है। 

    एसीबी के पुलिस अधीक्षक संदिप आटोले ने बताया कि शिकायतकर्ता की शहर से सटे एमआईडीसी शेन्द्रा में इंडस्ट्रीज है। उसमें अब तक इंडस्ट्रियल मीटर लगा हुआ था। उस मीटर को कमर्शियल में तब्दील करने के लिए महावितरण में टेक्नीशियन पर कार्यरत अनिल गरंडवाल ने कानूनी कार्रवाई के बिना  मीटर तब्दील करने के लिए 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। उसके बाद आरोपी अनिल गरंडवाल ने समझौते में 60 हजार रुपए के बजाए 40 हजार रुपए लेने के लिए हामी भरी। 

    आरोपी अनिल गरंडवाल के खिलाफ मामला दर्ज

    इधर, शिकायतकर्ता को महावितरण के टेक्नीशियन को 40 हजार रुपए की रिश्वत देने की इच्छा न होने से उसने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों कार्यालय पहुंचकर लिखायी। इस शिकायत पर एसीबी अधिकारियों ने जांच पड़ताल कर यह पाया कि टेक्नीशियन अनिल गरंडवाल 40 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। जांच पड़ताल के बाद एसीबी ने आरोपी अनिल गरंडवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया। यह कार्रवाई एसीबी के एसपी संदिप आटोले, अपर पुलिस अधीक्षक विशाल खांबे, पुलिस उपाधीक्षक मारुति पंडित के अलावा कर्मचारी जोशी, पाठक, वाघ, नागरगोजे, चालक दवेसिंह ठाकुर, चांगदेव बागुल ने पूरी की।