औरंगाबाद : ऑटो रिक्शा से गोवंश मास की यातायात करनेवाले को महानगरपालिका पशुसंवर्धन विभाग की टीम ने मोतीवाला नगर इलाके के समिप रंगेहाथ पकड़कर उसे जिन्सी पुलिस के हवाले किया। आरोपी के पास से 60 किलो गोवंश मास जब्त किया गया है।
इस संदर्भ में महानगरपालिका के प्रभारी मुख्य पशुसंवर्धन अधिकारी शेख शाहेद ने बताया की, स्वच्छता निरीक्षक सय्यद मोहम्मद तल्हा अपनी टीम के साथ मंगलवार की सुबह मोतीवाला नगर इलाके में गश्त लगा रहे थे की तब ही MH- 20 EF – 6188 नंबर की ऑटो रिक्शा वहां से गुजरी। टीम को शक हुआ तो उन्होंने रिक्शा को रोक कर जांच की तो रिक्शा में गोवंश मास पाया गया। टीम ने दो पंचों के समक्ष पंचनामा कर इलियास अब्बास कुरैशी को पकड़ा और उसे जिन्सी पुलिस के हवाले किया। यह कार्रवाई महानगरपालिका पशुसंवर्धन विभाग के भगवान हरिभाऊ रोकडे, बाळू जनार्धन तुपे, फिरोज खान शौकत खान ने पुरी की। इस संदर्भ में महाराष्ट्र प्राणी संरक्षण सुधारणा अधिनियम 1995 की धारा 5-बी के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। जमादार विठ्ठल राठोड मामले की जांच कर रहे है।
गौरतलब है कि बीते कुछ माह में औरंगाबाद जिला ग्रामीण पुलिस ने जिले के कन्नड, वैजापुर, गंगापुर, सिल्लोड तहसील के अलावा हाईवे मार्ग पर कई बार छापेमारी कर बड़े पैमाने पर मवेशियों की चोरी करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इसके बावजूद जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से मवेशियों के चोरी का सिलसिला लगातार जारी है। पुलिस ने कई बार मवेशियों चुरानेवाले गिरोह पर शिकंजा कसने के बावजूद मवेशी चुरानेवाले टोली चोरी करने में कामयाब रहे। मवेशी चुरानेवाली टोली कम दाम में यह जानवर शहर और आस पास के गांवों के कसाईयों को बेचते है। पुलिस द्वारा मवेशी चुराने गिरोह पर कड़ी कार्रवाई के बावजूद यह टोलियां अपना काम तमाम करने में आए दिन कामयाब होती है। इसलिए मवेशियों को चोरी का सिलसिला ग्रामीण क्षेत्र सहित शहरों में जारी है। हाल ही में शहर के पुलिस ने भी सिल्लेखाना परिसर में एक कार्रवाई करते हुए कई जानवर पकड़े थे। महानगरपालिका द्वारा शहर के मोतिवाला नगर परिसर में की गई कार्रवाई से गोमांस का मांस बेचनेवाले कसाईयों में खलबली मची है।