कोरोना के खात्मे के लिए चारों आला अधिकारी मिलकर ले रहे निर्णय

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– मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय का दावा 

औरंगाबाद. बीते 3 दिनों से शहर के सभी दलों के जन प्रतिनिधि औरंगाबाद में कोरोना के बढ़ते कहर पर प्रशासन पर राग अलाप रहे है. जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रशासन के चार आला अधिकारियों में समन्वयता न होने से शहर में कोरोना का कहर बरपने के लगाए जा रहे आरोपों को मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने सिरे से खारिज करते हुए दावा किया कि कोरोना के खात्मे के लिए चारों आला अधिकारी मिलकर निर्णय ले रहे है. पांडेय ने जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए साफ किया कि हम बच्चे नहीं, बल्कि हम आईएएस अधिकारी है.

बता दें कि 3 दिन पूर्व जिले के सांसदों, विधायकों ने एक मंच पर आकर शहर में कोरोना के बढ़ते कहर के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराकर जिले के चारों आला अधिकारियों में समन्वय न होने का आरोप लगाया था. इन आरोपों के बाद मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने शनिवार शाम फेसबुक लाइव के माध्यम से औरंगाबाद वासियों से संवाद साधा. तब उन्होंने साफ किया कि जब तक कोरोना महामारी के खात्मे के लिए टीका नहीं मिलेगा, तब तक कोरोना का खात्मा नहीं होगा. उन्होंने जनप्रतिनिधियों का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि मनपा का मनोबल बढ़ाने का काम अगर आप नहीं कर सकते हैं तो कम से कम शाप मत दीजिए.मनपा प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारियों का मनोबल कमजोर हुआ तो आपके ही  परिवार को समय पर इलाज नहीं मिल पाएगा.

जान की परवाह किए बिना मनपा अधिकारी व कर्मचारी दिन-रात कर रहे काम 

शहर में कोरोना ने पांव पसारने के बाद उसके  खात्मे के लिए मनपा अधिकारी व कर्मचारी बीते 3 माह से अपनी जान की परवाह किए बिना काम कर रहे है. पांडेय ने कहा कि लॉकडाउन में छुट देने के बाद औरंगाबाद शहर ही नहीं पूरे देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. जब तक इस महामारी के खात्मे के लिए टीका नहीं मिलेगा, तब तक कोराना का खात्मा असंभव है.उन्होंने जन प्रतिनिधियों को सलाह दी कि संकट की इस घड़ी में बिना वजह गलत फहमी फैलानेवाले बयान देकर मनपा के मनोधर्य को कमजोर ना करें. उन्होंने साफ किया कि आला अधिकारियों ने समय-समय पर बैठकें लेकर चर्चा से राज्य व केन्द्र सरकार के आदेश के अनुसार कोरोना को फैलने से रोकने के लिए  मनपा प्रशासन युध्दस्तर पर काम कर रहा है. 

कोरोना के खात्मे के लिए हरसंभव प्रयासों में जूटा मनपा

हाल ही में मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय के सरकारी बंगला रयत का कुक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. जिसके चलते आस्तिककुमार पांडेय एवं उनकी पत्नी तथा औरंगाबाद ग्रामीण की एसपी मोक्षदा पाटिल क्वारंटाईन में है. क्वारंटाईन समयावधि के बीच ही जन प्रतिनिधियों ने शहर में कोरोना के बरपाते कहर पर प्रशासन को घेरा है. इससे आहत हुए प्रशासक पांडेय ने क्वारंटाईन के दरमियान औरंगाबाद वासियों से फेसबुक लाइव के माध्यम से संवाद साधकर साफ किया कि मनपा प्रशासन ने शहर में कोरोना के खात्मे के लिए हरसंभव प्रयासों में जूटा है. उन्होंने जन प्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि मनपा प्रशासन की सिर्फ इतनी गलती हुई कि हम कोरोना के खात्मे का टीका नहीं निकाल पाए. उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे कुछ बेहतर सूचनाएं  मनपा प्रशासन को दें. हम उन सूचनाओं का स्वागत कर उसके अनुसार काम करेंगे. 

अधिकारियों में समन्वय न होने के आरोप में कोई तथ्य नहीं

जिले के जन प्रतिनिधियों ने विभागीय आयुक्त सुनील केन्द्रेकर, कलेक्टर उदय चौधरी, मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय व शहर के सीपी चिरंजीव प्रसाद के बीच समन्वय न होने से आज शहर में कोरोना कहर बरपाने का आरोप  लगाया था. इन आरोपों को खारिज करते हुए मनपा प्रशासक पांडेय ने कहा कि कोरोना को लेकर सभी निर्णय हम चारों आला अधिकारियों ने मिलकर लिए. कलेक्टर उदय चौधरी गत 10 सालों से मेरे बेहतर दोस्त है. विशेषकर, जन प्रतिनिधियों के साथ भी हमारा संवाद शुरु होने का दावा मनपा प्रशासक पांडेय ने किया.