AIMIM chief Asaduddin Owaisi targeted Congress, Telangana Assembly Elections 2023
AIMIM प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी

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    औरंगाबाद: इन दिनों देश में बीजेपी (BJP) के साथ-साथ शिवसेना, मनसे, शिवसेना, आप, सपा, कांग्रेस और एनसीपी इन प्रमुख दलों में हिंदुत्व की विचारधारा पर अधिक वफादार होने की होड़ लगी है। इसी होड़ में सभी दल शामिल है। इसमें सिर्फ तेलंगाना में सत्तासीन टीआरएस पार्टी छोड़कर सभी पार्टियां हिंदुत्व की विचारधारा को लेकर भाग-भाग कर रहे हैं। इसको लेकर सभी दलों में स्पर्धा हो रही है। यह आरोप एमआईएम सुप्रीमो और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (MP Asaduddin Owaisi) ने यहां लगाया। औरंगाबाद सांसद इम्तियाज जलील (MP Imtiaz Jalil) द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होने ओवैसी औरंगाबाद पहुंचे थे। तब उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए यह आरोप लगाया। 

    उन्होंने वर्तमान में अल्पसंख्यक समुदाय में जारी अत्याचारों पर अधिक चिंता जताते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों के बाद वहां की सरकारों की चुप हैं। आज देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। इसे हल करने के लिए बजाए पूरे देश में सिर्फ अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाकर कुछ दलें हिंदुत्व की विचारधारा को हवा दे रहे हैं। एक सवाल के जवाब में ओवैसी ने साफ कहा कि अपने हिंदुत्व को हवा देने के लिए किसी भी दल में अल्पसंख्यक समुदाय को पचिंग बैक बनाने की हिम्मत नहीं है। हम इंसान है, हम भारत के नागरिक है। 

    राज्य सरकार पर साधा निशाना 

    ओवैसी ने रमजान ईद और अक्षय तृतीया जैसे त्यौहारों के बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय द्वारा मनसे प्रमुख राज ठाकरे की सभा को औरंगाबाद में परमिशन देने पर कड़ी नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने परमिशन दी है तो राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे कानून व्यवस्था को सूचारु रखें। 

    दोनों भाईयों में सुलाह करा दे संजय राउत 

    इन दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच राजनीतिक लड़ाई जारी है। इसी लड़ाई में शिवसेना नेता संजय राउत जान बूझकर मेरा नाम लेकर हमें बीजेपी का बी टीम कहते है। ओवैसी ने संजय राउत सलाह देते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच जारी राजनीतिक लड़ाई को खत्म करने के लिए संजय राउत खुद दोनों भाईयों में सुलाह करा दें। जिससे सारा झगड़ा ही खत्म हो जाएगा। एमआईएम सुप्रीमों ने महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सालों तक सत्ता का सूख भोगा। आज हमारे ऊपर क्यों राग अलाप रहे हैं। यहीं नहीं शिवसेना ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी को सत्ता देने की अपील की थी। वह क्या था? शिवसेना ने बीजेपी द्वारा लोकसभा में पेश किए गए धारा 370 पर साथ दिया। अब वह कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सत्ता का स्वाद चख रहे है।

    लाउडस्पीकर का मुद्दा एक षडयंत्र

    जब ओवैसी से इन दिनों देश भर में मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर के मामले में मुस्लिम समुदाय को टार्गेट किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सब मुसलमानों के खिलाफ एक माहौल तैयार करने के लिए किया जा रहा है। लाउडस्पीकर का मुद्दा भी उसी का एक हिस्सा है। राज ठाकरे द्वारा मस्जिद से 3 मई तक लाउडस्पीकर हटाने की गई चेतावनी पर ओवैसी ने साफ कहा कि यह सवाल आप राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से पूछे। प्रेस वार्ता में सांसद इम्तियाज जलील, पार्टी के वरिष्ठ नेता गफार कादरी, शहराध्यक्ष शाहरेक नक्शबंदी उपस्थित थे।