औरंगाबाद महानगरपालिका ने काटा 375 अवैध नल कनेक्शन

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    औरंगाबाद : ग्रीष्मकालीन मौसम में शहर में गंभिर रुप से निर्माण पेयजल आपूर्ति (Drinking Water Supply) की समस्याओं से नागरिकों को राहत पहुंचाने के लिए महानगरपालिका प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) के मार्गदर्शन में मुख्य लेखा परीक्षक संतोष वाहुले (Santosh Wahule) के नेतृत्व में बीते एक महीने से फिडर लाइन पर स्थित अवैध नल कनेक्शन (Illegal Tap Connection) तोड़ने की मुहिम हाथ में ली गई है। इस मुहिम में फिडर लाइन पर स्थित 1300 से अधिक अवैध नल कनेक्शन ढूंढकर निकाले गए। उसमें करीब  375 से अधिक नल कनेक्शन तोडे गए है। इधर, राजनीतिक नेताओं के दबाव के चलते महानगरपालिका अधिकारियों को अवैध नल कनेक्शन तोड़ने में कई प्रकार की बाधाएं आ रही है। इसके बावजूद संतोष वाहुले के मार्गदर्शन में अवैध नल कनेक्शन तोड़ने की मुहिम राजनेताओं के दबाव के आगे न झूकते हुए जारी है। 

    महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि अप्रैल और मई महीने में शहर में गंभिर रुप से पेयजल आपूर्ति की समस्याएं निर्माण हो रही थी। जिसका मुख्य कारण शहर के नागरिकों ने अवैध रुप से फिडर लाइन से बड़े पैमाने पर अवैध नल कनेक्शन लेना शामिल है। बीते कई सालों से महानगरपालिका प्रशासन अवैध नल कनेक्शन तोड़ने के लिए कई बार प्रयास कर चुका है। परंतु, राजनीतिक दबाव के चलते इन अवैध नल कनेक्शन तोड़ने में कई बाधाएं आती रही। जिसके कारण यह मुहिम सफल नहीं हो पाई। बीते दो साल से महानगरपालिका पर प्रशासक नियुक्त है। इसी का फायदा उठाकर महानगरपालिका कमिश्नर  आस्तिक कुमार पांडेय ने शहर में गंभीर रुप से निर्माण पेयजल समस्या हल करने के लिए मुख्य लेखा परीक्षक संतोष वाहुुले के नेतृत्व में एक समिति का गठन कर फिडर लाइन पर स्थित अवैध नल कनेक्शन का सर्वे किया। सर्वे में यह बात साफ हुई कि शहर में स्थित 31 पानी की टंकियों को पेयजल आपूर्ति करने वाले फिडर लाइन से नागरिकों ने अवैध रुप से 1300 से अधिक नल कनेक्शन लिए है। सर्वे में अवैध नल कनेक्शन की संख्या की जानकारी मिलते ही उन अवैध नल कनेक्शन तोड़ने की कार्रवाई शुरु की गई। जून महीने से आज तक 375 अवैध नल कनेक्शन तोडे गए है। 

    मुहिम शुरु होते ही अवैध नल कनेक्शन धारकों में मची खलबली

    महानगरपालिका द्वारा अवैध नल कनेक्शन तोड़ने की मुहिम गत महीने आरंभ करते ही शहर के नागरिकों में खलबली मची है। कार्रवाई आरंभ करते ही  राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने महानगरपालिका अधिकारियों पर दबाव बनाना शुरु किया। महानगरपालिका प्रशासन ने अवैध नल कनेक्शन तोड़ने के अलावा उन अवैध नल कनेक्शन धारकों के खिलाफ संबंधित पुलिस स्टेशन में अपराध दर्ज करने की कार्रवाई भी शुरु की है। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे इन सख्त कदमों से अवैध नल कनेक्शन धारकों की निंद हराम है। महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि दो दिन पूर्व फिडर लाइन पर अवैध नल कनेक्शन तोड़ने के बाद संबंधित के खिलाफ मामला दर्ज ना करें, इसको लेकर महानगरपालिका अधिकारियों और  पुलिस पर काफी दबाव बनाया गया। परंतु, दबाव के आगे न झूकते हुए मुख्य लेखा परीक्षक संतोष वाहुले के मार्गदर्शन में मामला दर्ज किया गया। महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि आने वालों दिनों में यह कार्रवाई और अधिक तेज की जाएगी।