केंद्र सरकार की ओर से औरंगाबाद महानगरपालिका को राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया

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    औरंगाबाद : औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) को खाम नदी कायाकल्प, बाढ़ जल प्रबंधन और अन्य पहलों के लिए नई दिल्ली (New Delhi) में 10वें फिक्की वाटर अवार्ड (FICCI Water Award) में जूरी स्पेशल अवार्ड (Jury Special Award) से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) द्वारा प्रस्तुत किया गया।

    औरंगाबाद के महानगरपालिका और स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ. अभिजीत चौधरी ने खाम नदी कायाकल्प और सुंद जल प्रबंधन में औरंगाबाद की उपलब्धियों के लिए दिल्ली में 10वें फिक्की जल पुरस्कारों में फिक्की जल पुरस्कार स्वीकार किया। उन्होंने नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, नमामि गंगे के महानिदेशक अशोक कुमार, फिक्की जल मिशन की अध्यक्ष नैना लाल किदवई से यह महत्वपूर्ण पुरस्कार ग्रहण किया। इस मौके पर औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के आदित्य तिवारी मौजूद थे। महानगरपालिका को नदी की सफाई, सीवेज प्रबंधन, गर्मी में पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए लिए गए निर्णय और विभिन्न गतिविधियों के लिए पुरस्कार हुआ। औरंगाबाद महानगरपालिका ने इस पुरस्कार के लिए 5-चरणीय परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करके यह पुरस्कार जीता। यह पुरस्कार स्थायी जल प्रबंधन और जल पुनर्चक्रण के लिए महानगरपालिका प्रशासन और विभिन्न संगठनों को दिया जाता है।

    नदी किनारे एक लाख से अधिक पौधे रोपे गए

    औरंगाबाद महानगरपालिका, औरंगाबाद स्मार्ट सिटी तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर और वर्तमान कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडे के मार्गदर्शन में औरंगाबाद छावनी परिषद, वैराक कंपनी, इको सत्व और नागरिकों की भागीदारी के साथ खाम नदी पुनरुद्धार परियोजना शुरू की थी। इसमें 5 किमी नदी को चौड़ा, गहरा और पिच किया गया। साथ ही नदी किनारे एक लाख से अधिक पौधे रोपे गए। इसके अलावा, विश्व बैंक की मदद से देश में अपशिष्ट जल प्रबंधन के माध्यम से कृषि के लिए पानी की आपूर्ति की पहली पहल ज़ाल्टा में लागू की गई। गर्मी में पानी की किल्लत को देखते हुए महानगरपालिका ने 41 मुद्दे तैयार किए थे, ताकि पानी की समस्या और गंभीर न हो। पानी का समय बताने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित जल बेल एप को 15 हजार से अधिक नागरिक डाउनलोड कर चुके हैं। नई जल आपूर्ति योजना के लागू होने तक संकट के दौरान की गई इन सभी पहलों को ध्यान में रखते हुए औरंगाबाद शहर को फिक्की जल पुरस्कार के लिए चुना गया है।