औरंगाबाद महानगरपालिका ने जीता माझी वसुंधरा पुरस्कार

    Loading

    औरंगाबाद : महाराष्ट्र सरकार (Government of Maharashtra) के पर्यावरण (Environment) और जलवायू परिवर्तन विभाग (Climate Change Department) द्वारा माझी वसुंधरा (Majhi Vasundhara) अभियान 2.0 अंतर्गत भूमि (Land), जल (Water), वायु (Air), अग्नि (Agni) और आकाश इन निसर्ग से संबंधित पंचतत्व पर आधारित स्थानीय स्वराज्य संस्था (Swarajya Sanstha) की स्पर्धा ली गई थी। इस स्पर्धा में अंतर्गत अमृत गुट में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले  औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) को रविवार को विश्व पर्यावरण दिन के उपक्ष्य में मुंबई के टाटा थिएटर में आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कार (Award) देकर सम्मानित किया गया। 

    यह पुरस्कार शहर के लिए महानगरपालिका प्रशासक औरकमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय ने अन्य अधिकारियों के साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राजस्व मंत्री बालासाहाब थोरात, पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के हाथों स्वीकारा। इस अवसर पर उपायुक्त सोमनाथ जाधव, पूर्व उपायुक्त नंदकिशोर भोंबे, सहायक आयुक्त असदुल्ला खान, छावनी परिषद के तत्कालीन सीईओ विक्रांत मोरे, स्मार्ट सिटी के आदित्य तिवारी, एकोसत्व एनजीओ कीनताशा जरीन उपस्थित थी। 

    पर्यावरण संवर्धन के लिए औरंगाबाद महानगरपालिका ने किए कई कार्य 

    बता दे, कि औरंगाबाद महानगरपालिका ने माझी वसुंधरा अभियान के अंतर्गत पर्यावरण संवर्धन के लिए किए हुए कार्य भूमि इस तत्व के अंतर्गत डेढ़ लाख से अधिक पौधे लगाकर उनका संवर्धन किया गया। शहर की सुंदरता में चार चांद लगाने के लिए शहर के विविध हिस्सों में साईकिल ट्रैक तैयार किए गए। पेडों की जनगणना की गई। हवा की गुणवत्ता का मूल्यमापन महानगरपालिका ने स्मार्ट सिटी द्वारा किया। एक मजबूत घनकचरा व्यवस्थापन यंत्रणा खडी कर गिला और  सूका कचरा अलग-अलग करने पर जोर दिया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक मुहिम पूर्व सैनिकों की मदद से महानगरपालिका की ओर से अमलीजामा पहनायी गई। स्मार्ट सिटी अंतर्गत सार्वजनिक बस सेवा शुरु कर प्रदूषण पर लगाम लगाया गया। जल संवर्धन मुहिम के अंतर्गत खाम नदी पुनर्जीवित करने पर विशेष प्रयास किए गए। इसमें कृत्रिम छोटे बांधों का निर्माण करना, नदी के किनारे पौधारोपण करना, नदी गहरीकरण पर जोर दिया गया। बटर फ्लाय पार्क तैयार किया गया। साथ ही सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करना, शहर में 52 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाए गए। रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए नागरिकों को कर में छूट देना, कुएं पुनर्जीवित करना, पर्यावरण संवर्धन के हेतु से सामूहिक शपथ लेना आदि पर विशेष लक्ष्य केन्द्रीत किया गया। जिसके चलते अमृत शहर में औरंगाबाद महानगरपालिका ने प्रथम पुरस्कार पाया।