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    औरंगाबाद : केंद्र सरकार (Central Government) के स्मार्ट सिटी (Smart City) मिशन ने इंडिय़ा स्मार्ट सिटी अवार्ड कांटेस्ट (India Smart City Award Contest) के प्रथम चरण का परिणाम घोषित किया। इस परिणाम मेंं देश भर के 75 शहरों की क्रमवारी जाहिर की गई। उसमें औरंगाबाद शहर देश स्तर पर 14वें क्रमांक पर है। राज्य स्तर पर औरंगाबाद शहर ने दूसरा क्रमांक हासिल किया।  स्मार्ट सिटी मिशन की  इस सफलता और ऐतिहासिक और पर्यटन, औद्योगिक क्षेत्र वाले इस शहर का मान और बढ़ा है। इसका सारा श्रेय महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) और औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के सीईओ आस्तिककुमार पांडेय (CEO Astik Kumar Pandey) को जाता है। 

    केंद्र सरकार के गृहनिर्माण और शहरी कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव और स्मार्ट सिटी मिशन के संचालक कुणाल कुमार ने स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के नाम पर 4 मई 2022 को पत्र भेजा है। उस पत्र के अनुसार देश के 75 स्मार्ट सिटी की क्रमवारी दी गई है। प्रथम चरण के इंडिय़ा स्मार्ट सिटी अवार्ड कांटेस्ट में पात्र ठहरे शहर शामिल है। इन शहरों में दूसरे चरण के स्पर्धा के लिए 30 जून 2022 तक नामांकन दाखिल करने की अपील की गई है।  नामांकन पेश करते समय 10 विविध उपक्रमों के लिए मिले हुए पुरस्कार विस्तृत प्रोजेक्ट अवार्ड के लिए देना होगा। इनोवेशन अवार्ड के लिए दो अवधारणाओं को प्रस्तुत करना होगा। उसके लिए सिटी अवार्ड, स्टेट अवार्ड, लीडरशीप अवार्ड और पार्टनर्स अवार्ड के लिए चार संकल्पनााएं देनी होगी। 

    औरंगाबाद ने कई शहरों को पछाड़ा 

    प्रथम चरण में इंडिय़ा स्मार्ट सिटी अवार्ड कंटिस्ट में पात्र ठहरे 75 शहरों में से प्रथम 15 शहरों में महाराष्ट्र से पुणे और औरंगाबाद इन शहरों का क्रमांक लगा है।  पुणे शहर 8वें स्थान पर और औरंगाबाद ने 14वां स्थान पाया। प्रथम चरण में 15 शहरों में आने के लिए औरंगाबाद ने कानपुर, कोटा, वेल्लोर, अजमेर, राजकोट, चैन्नई, कोइंबतुर जयपुर, विशाखा पटटनम, चंदीगड, अमृतसर, ग्वालियर ऐसे बड़े शहरों को पछाड़ा है। राज्य स्तर पर पुणे शहर का प्रथम और औरंगाबाद ने दूसरा स्थान पाया। 

    स्मार्ट सिटी के क्रमंवारी में औरंगाबाद शहर में देश में 14वां स्थान पाने पर महानगरपालिका कमिश्नर और औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के सीईओ आस्तिककुमार पांडेय ने खुशी जाहिर करते हुए कहा यहां के नागरिकों के लिए गर्व की बात है। इस शहर में पानी की समस्या जरुर है। यह समस्या भी आगामी दो- तीन सालों  में खत्म होगी। लेकिन, शहर के रास्ते, स्ट्रीट लाईट, ऐतिहासिक वस्तुओं का संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य इन महत्वपूर्ण क्षेत्र में स्मार्ट सिटी के माध्यम से बड़े पैमाने पर काम किए जा रहे है। पालकमंत्री सुभाष देसाई और स्थानीय विधायक और सांसद ने भी बहुमूल्य मार्गदर्शन किया है। स्मार्ट सिटी मिशन के सभी टीम की सफलता होने का दावा औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के सीईओ आस्तिककुमार पांडेय ने किया।