Aurangabad will be seen in new form in 2022: Aastik Kumar Pandey

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    औरंगाबाद : शनिवार (Saturday) से शुरु हो रहे नए साल में  ऐतिहासिक (Historical) औरंगाबाद (Aurangabad) शहर (City) के विकास (Development) के लिए नगर निगम कमिश्नर (Municipal Commissioner) और प्रशासन (Administration) आस्तिक कुमार पांडेय (Aastik Kumar Pandey) ने कई योजनाओं को पूरा करने की ठानी है। जिसमें प्रमुख रुप से 253 करोड़ रुपए खर्च कर सातारा-देवलाई क्षेत्र में भूमिगत ड्रेनेज लाईन का निर्माण, 317 करोड़ के  रास्तों का निर्माण, वालूज से शेन्द्रा तक के मेट्रो रेल का डीपीआर बनाना, महानगरपालिका मुख्यालय की नई इमारत का निर्माण करना और शहर की पेयजल समस्या जल्द हल करने के लिए 1780 करोड़ की पेयजल योजना के काम को गति देना शामिल है। साल 2021 के अंतिम दिन आयोजित प्रेस वार्ता में नगर निगम कमिश्नर आस्तिक कुमार ने पत्रकारों से लंबी बातचीत करते हुए शहर के विकास के लिए उनके द्वारा गत दो साल के कार्यकाल में किए कार्यो और नए साल में औरंगाबाद के नए रूप के लिए किए जानेवाले कार्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला।

    उन्होंने बताया कि उनके दो साल के कार्यकाल में उन्होंने शहर के विकास के लिए कई योजनाओं को हाथ में लेकर उन्हें अमलीजामा पहनाया। जिसका लाभ शहरवासियों को बड़े पैमाने पर हो रहा है। नए साल में 3 प्रमुख प्रोजेक्ट हाथ में लिए जाएंगे। जिसमें स्मार्ट स्कूल प्रमुख प्रोजेक्ट रहेगा। जिसमें 60 करोड़ रुपए खर्च कर शहर में स्थित महानगरपालिका स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाया  जाएगा। इसके तहत स्कूलों की मरम्मत और कलरिंग कर वहां आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएगी। कोविड महामारी में स्वास्थ्य सुविधाओं में आयी दिक्कतों को दूर करने के लिए नए साल में 50 करोड़ रुपए खर्च कर स्मार्ट स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा।

    कर्ज मुक्त हुई औरंगाबाद महानगरपालिका 

    बीते कुछ सालों से महानगरपालिका 200 करोड़ से अधिक की राशि के कर्ज के खाई में डूबी हुई थी। आस्तिक कुमार पांडेय के कार्यकाल में कर्ज कि सभी राशि अदा की गई, जिसके चलते औरंगाबाद महानगरपालिका कर्ज मुक्त हुई। ठेकेदारों के 386 करोड़ की राशि अदा करना था। दो साल पूर्व महानगरपालिका कमिश्नर का पदभार संभाले आस्तिक कुमार पांडेय ने ठेकेदारों और विविध एजेंसियों के आज तक 320 करोड़ रुपए की राशि अदा करने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने दावा किया कि मार्च समाप्ति तक प्रशासन सभी ठेकेदारों की बकाया राशि अदा करेगा। विशेषकर, महानगरपालिका से सेवानिवृत्त हुए अधिकारी और कर्मचारियों की ग्रेज्यूटी, पेंशन और अन्य लाभ के  6 करोड़ 68 लाख रुपए की राशि अदा करनी थी। महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार के मार्गदर्शन में मुख्य लेखाधिकारी संतोष वाहुले ने नियोजन कर  6 करोड़ 50 लाख की राशि सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों को अदा की गई। इस पर कमिश्नर पांडेय ने खुशी जाहिर करते हुए महानगरपालिका संतोष वाहुले के काम की प्रशंसा की।

    50 हजार पौधे लगाने का संकल्प किया गया है

    कमिश्नर आस्तिक कुमार ने बताया कि शहर में स्थित ऐतिहासिक खाम नदी के चलते केंद्र सरकार द्वारा हाथ में ली गई नमामि गंगे 2.0 में शहर को शामिल किया गया है। बीते 9 माह से खाम नदी में सालों से जमा गंदगी हटाकर नदी का परिसर साफ-सुथरा करने के साथ ही नदी के किनारे चिल्ड्रन पार्क, वरिष्ठ नागरिक पार्क, ओपन एमपी थिएटर, वॉलीबॉल, ओपन जीम निर्माण करने के अलावा 50 हजार पौधे लगाने का संकल्प किया गया है। इन सभी का उद्घाटन नए साल में होगा। कमिश्नर आस्तिक कुमार ने बताया कि खाम नदी की सफाई और परिसर को विकसित करने के लिए महानगरपालिका द्वारा एक रुपया भी खर्च नहीं किया गया। इको  सत्व, वैराक इंजीनियरिंग की मदद से खाम नदी को विकसित करने का काम युध्दस्तर पर जारी है।

    सावरकर भवन का निर्माण किया जाएगा

    शहर का संत एकनाथ रंग मंदिर को विकसित करने का काम डीपीडीसी और स्मार्ट सिटी की निधि से पूरा हो चुका है। जनवरी माह में यह जनता के लिए खोला जाएगा। इसके अलावा सिडको में स्थित संत तुकाराम नाट्यगृह के मरम्मत का काम भी हाथ में लिया जाएगा। मौलाना आजाद रिसर्च सेंटर का नूतनीकरण का काम शुरू हो चुका है। शिवाजी महाराज संग्रहालय के मरम्मत का काम भी जल्द शुरु होगा। उसके लिए करीब साढ़े नौ करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। शिवाजी संग्रहालय की इमारत काफी खस्ता हो चुकी है। लोगों की श्रध्दा को ध्यान में रखकर शिवाजी महाराज संग्रहालय के मरम्मत का काम हाथ में लिया गया है। सावरकर भवन का निर्माण किया जाएगा। क्रांति चौक में स्थित शिवाजी महाराज की प्रतिमा ऊंची करने का काम अंतिम चरण में है। अगले माह वह काम भी पूरा होगा।

    20 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएगी

    कमिश्नर आस्तिक कुमार ने बताया कि पडेगांव में निर्माण किए जा रहे सफारी जंगल के प्रथम चरण का काम पूरा हो चुका है। मार्च समाप्ति तक दूसरे चरण का काम पूरा होगा। शहर में स्मार्ट सिटी के माध्यम से चलाई जा ही सिटी बस योजना इन दिनों 20 लाख रुपए प्रति माह घाटे में चल रही है। इसके बावजूद नए साल में और अधिक बेहतर बस सेवा देने का प्रयास प्रशासन द्वारा जारी है। नए साल में 20 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएगी। बसों के लिए डिपो का निर्माण भी नए साल में ही जाधववाडी में पूरा किया जाएगा। वहां, इलेक्ट्रीक बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। आधुनिकता के इस युग में महानगरपालिका प्रशासन ने ई गवर्नेंस योजना पर अमलीजामा पहनाया है। इसके माध्यम से शहरवासी घर बैठे विविध काम कर सकते है। लोग अपने कार्यो के लिए महानगरपालिका के कई चक्कर कांटते है।

    26 जनवरी को इस प्रकल्प का उद्घाटन होगा

    ई गवर्नेंस के चलते लोगों को संपत्ति कर, पेयजल कर ऑनलाइन अदा करने के अलावा  फायर एनओसी, अतिक्रमण  की शिकायत, आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी आदि सुविधाएं उपलब्ध होंगी। 26 जनवरी को इस प्रकल्प का उद्घाटन होगा। कमिश्नर आस्तिक कुमार ने बताया कि शहर के यातायात सिग्नल काफी पुराने हो चुके है। स्मार्ट सिटी के माध्यम से स्मार्ट ट्राफिक सिग्नल का निर्माण नए साल में कर आधुनिक सिग्नल की सुविधाएं शहर के प्रमुख चौराहों पर उपलब्ध होगी। वहीं, नए साल में  स्मार्ट सिटी के इमारत के निर्माण का कार्य भी पूरा होगा। एक सवाल के जवाब में कमिश्नर आस्तिक कुमार ने बताया कि जीआईएस प्रोजेक्ट के माध्यम से शहर के लगभग सभी संपत्तियों का ड्रोन इमेज के माध्यम से सर्वे किया जा चुका है।

    महानगरपालिका के रडार पर सभी सम्पत्तियां आ चुकी है

    महानगरपालिका के रडार पर सभी सम्पत्तियां आ चुकी है। पालकमंत्री सुभाष देसाई ने साफ कहा है कि लोगों पर कर वृध्दि का बोझ न डालते हुए शहर में बीते कुछ सालों में निर्माण हुई संपत्तियों को ढूंढकर उन संपत्तियों पर कर लगाने पर जोर दिया जाए। 3 जनवरी से संपत्तियों के फिजीकल सर्वे शुरु किया जाएगा। उसके लिए 400 कर्मचारी शहर के कोने-कोने में पहुंचकर सेल्फ एसेसमेंट फार्म बांटेंगे एक सप्ताह बाद नागरिकों से उनके संपत्तियों की जानकारी भरकर ली जाएगी। उसके बाद उन्हें कर लगाया जाएगा। कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने बताया कि बीते 5 सालों में चालू वर्ष समाप्त होने के अंतिम दिन तक हम सबसे अधिक 100 करोड़ की संपत्ति और पेयजल कर राशि वसूलने में कामयाब हुए है।

    138 की नोटिस थमाने का सिलसिला जारी है

    इसके लिए महानगरपालिका अधिकारियों और कर्मचारियों के किए प्रयासों की कमिश्नर आस्तिक कुमार ने प्रशंसा करते हुए कहा कि इस साल महानगरपालिका के लेखाधिकारी संजय पवार की सलाह से 1 कर्मचारी को हजार से डेढ़ हजार संपत्ति धारकों से टैक्स वसूली का टार्गेट दिया गया। जिसके चलते हम दिसंबर समाप्ति तक 100 करोड़ तक की राशि वसूलने में कामयाब हुए। यह बीते 5 सालों में दिसंबर समाप्ति में सबसे अधिक वसूली करने में कामयाब हुए। साथ ही करों के बिल के वितरण को इस साल अधिक तरजीह दी गई। विशेषकर, करों की राशि के लिए संपत्ति धारकों द्वारा दिए गए चेक बाउंस होने पर उन लोगों को तत्काल 138 की नोटिस थमाने का सिलसिला जारी है। जिसके चलते संपत्ति धारक कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए तत्काल करों की राशि अदा कर रहे है। कमिश्नर आस्तिक कुमार ने शहर में गत दो सालों में हुए सड़कों का निर्माण, कचरे की समस्या हल करने के लिए निर्माण किए गए कचरा प्रकल्प पूरा होने पर भी खुशी जाहिर की।