Astik Kumar Pandey

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    औरंगाबाद : केंद्र सरकार (Central Government) के राष्ट्रीय स्वच्छ वायु (Clean Air) कार्यक्रम के तहत औरंगाबाद (Aurangabad) को शहर में स्वच्छ वायु और प्रदूषण के लिए अगले पांच साल में चरणबद्ध तरीके से 87 करोड़ रुपए मिलेंगे, बुधवार को मुंबई में एक समझौता हुआ। केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मंगलवार और बुधवार को मुंबई में संवेदनशीलता और समीक्षा कार्यशाला का आयोजन किया है। कार्यशाला में औरंगाबाद महानगरपालिका कमिश्नर और औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के प्रशासक और सीईओ आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) ने भाग लिया।

    इस कार्यशाला में पश्चिमी भारत के प्रमुख शहरों गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के महानगरपालिका कमिश्नर भाग ले रहे हैं। इस कार्यशाला के 23 नवम्बर के सत्र में आस्तिक कुमार पांडेय ने औरंगाबाद शहर द्वारा क्रियान्वित गतिविधियों की जानकारी दी। इसने शहर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 350 टन की क्षमता वाले तीन ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों की पहचान की। इसके अलावा, शहर में व्यक्तिगत वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सार्वजनिक परिवहन द्वारा सिटी बसें शुरू की गई हैं।  साथ ही साइकिल ट्रैक का निर्माण, शहर में वृक्षारोपण, शहर में फव्वारों की स्थापना, सड़कों को धूलने के लिए स्वीपिंग मशीन, खाम नदी कायाकल्प, वर्टिकल गार्डन आदि दिया गया।

    महानगरपालिका को पांच साल में चरणों में राशि दी जाएगी

    इस कार्यशाला के लिए औरंगाबाद महानगरपालिका ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साथ समझौता किया है। इस समझौते के तहत औरंगाबाद शहर को स्वच्छ हवा दिलाने के लिए नियमित कदम उठाए जाएंगे। यह समझौता पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, केंद्र सरकार, शहरी विकास विभाग, महाराष्ट्र सरकार और औरंगाबाद महानगरपालिका के बीच 15वें वित्त आयोग के तहत है। समझौते के तहत औरंगाबाद नगर निगम को पांच साल के लिए 87 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई है। औरंगाबाद महानगरपालिका को पांच साल में चरणों में राशि दी जाएगी। कार्यशाला में भूपेंद्र यादव, प्रमुख, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, आदित्य ठाकरे, प्रमुख, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, महाराष्ट्र सरकार और संजय बंसोडे, प्रमुख, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, महाराष्ट्र सरकार ने भाग लिया।