औरंगाबाद: विधान परिषद के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से पार्टी के शहराध्यक्ष संजय केणेकर (Sanjay Kenekar) ने पार्टी के आला नेताओं के उपस्थिति में अपना पर्चा भरा। भाजपा ने केणेकर को उम्मीदवारी देकर शिवसेना (Shiv Sena) के सालों से गढ़ रहे शिवसेना को कमजोर करने का नया दांव खेला है।सोमवार को मुंबई पहुंचकर भाजपा के औरंगाबाद शहराध्यक्ष संजय केणेकर ने विधान परिषद का सदस्य बनने के लिए उम्मीदवारी दाखिल की।
इस अवसर पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रकांत पाटिल, विधान परिषद में पार्टी के प्रति पक्ष नेता प्रवीण दरेकर, पार्टी के प्रदेश महासचिव और औरंगाबाद पूर्व के विधायक अतुल सावे के अलावा पार्टी के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
औरंगाबाद सहित मराठवाडा शिवसेना का गढ़
पिछले कई सालों से औरंगाबाद सहित मराठवाडा शिवसेना का गढ़ है। शिवसेना के इस गढ़ को सेंध लगाने के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस नए-नए दांव खेल रहे है। पहले उन्होंने शहर के पूर्व मेयर डॉ. भागवत कराड को राज्यसभा पहुंचाकर केन्द्रीय मंत्री बनाया। अब शहर सहित जिले में भाजपा की ताकत बढ़ाने के लिए भाजपा शहराध्यक्ष संजय केणेकर को विधान परिषद के लिए उम्मीदवारी दी। केणेकर विधान परिषद पर पहुंचने पर भाजपा औरंगाबाद में और अधिक मजबूत होगी क्योंकि केणेकर सभी समाज में लोकप्रिय है। उनका सभी समाज में बेहतर जनसंपर्क है। केणेकर को उम्मीदवारी दिए जाने पर पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ी है। केणेकर सालों से भाजपा से जुड़े हुए हैं। वे पिछले कई सालों से विधानसभा चुनाव में औरंगाबाद से उम्मीदवारी मांग रहे है, लेकिन औरंगाबाद पूर्व में पार्टी के विधायक अतुल सावे की बेहतर पकड़ होने से केणेकर विधानसभा की उम्मीदवारी नहीं पा सके। परंतु पार्टी आलाकमान ने केणेकर के तगड़े जनसंपर्क को ध्यान में रखकर उन्हें विधान परिषद की उम्मीदवारी देकर विधायक बनाने की ठानी है।