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    औरंगाबाद : महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) द्वारा शहर में पेयजल आपूर्ति (Drinking Water Supply) करने को लेकर बेहतर नियोजन न किए जाने से ग्रीष्मकालीन मौसम (Summer Season) में औरंगाबाद निवासी (Resident of Aurangabad) पानी के लिए तरस रहे है। इसी के खिलाफ बीजेपी (BJP) द्वारा 23 मई  को राज्य के विरोधी पक्ष नेता देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की उपस्थिति में भव्य जनआक्रोश मोर्चा (Janakrosh Morcha) का आयोजन शहर में किया गया है। यह जानकारी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड (Minister of State Dr. Bhagwat Karad), विधायक अतुल सावे (MLA  Atul Sawe), बीजेपी शहर अध्यक्ष संजय केणेकर (Sanjay Kenekar) ने आयोजित प्रेस वार्ता में दी। 

    डॉ. कराड ने बताया कि पिछले एक महीने से बीजेपी पदाधिकारी कई बार महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय से मिलकर शहर में निर्माण पेयजल किल्लत पर चर्चा कर चुके है। हमने उन्हें कई सुझाव दिए। मेरे अलावा विधायक अतुल सावे और अन्य पदाधिकारियों ने कई बार प्रशासक पांडेय और  अन्य अधिकारियों से शहर में निर्माण पेयजल की किल्लत दूर करने के लिए चर्चा की। परंतु, आज तक प्रशासन पेयजल आपूर्ति में आ रही समस्याओं को दूर करने में नाकाम रहा। जिससे जनता में महानगरपालिका प्रशासन के खिलाफ रोष है। इसी रोष से महानगरपालिका प्रशासन को अवगत कराने के लिए बीजेपी  की ओर से 23 मई 2022 को देवेन्द्र फडणवीस के प्रमुख उपस्थिति में शहर में भव्य जनआक्रोश मोर्च का आयोजन किया गया है। डॉ. कराड ने बताया कि सुबह 11 बजे जनआक्रोश मोर्चा पैठण गेट से निकलकर महानगरपालिका मुख्यालय पहुंचेगा। मोर्च में शहर के 25 हजार से अधिक नागरिक शामिल होने का दावा केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. कराड ने किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने शिवसेना नेता और पूर्व सांसद चन्द्रकांत खैरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने 20 साल रहकर जो काम शहर के विकास के लिए नहीं किया, वह काम मैंने गत एक साल में मंत्री बनने के बाद किया। 

    कछुए के गति से जारी है नई पेयजल योजना का काम 

    प्रेस वार्ता में उपस्थित बीजेपी विधायक अतुल सावे ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने शहर की पेयजल समस्या हल करने के लिए मंजूर की 1680 करोड़ की पेयजल योजना का काम बीते ढाई साल से कछुए के गति से जारी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के हाथों सवा साल पूर्व इस योजना का भूमिपूजन किया गया था। आज तक 10 प्रतिशत भी काम इस योजना का नहीं हो पाया। सावे ने आरोप लगाया कि इस योजना के लिए राज्य सरकार ने आज तक एक रुपए भी उपलब्ध नहीं कराया है। वर्तमान में इस योजना का काम  केंद्र सरकार द्वारा समानांतर योजना के लिए मंजूर की हुई 400 करोड़ की राशि से ही जारी है। विशेषकर, गत तीन महीने से स्टील और सीमेंट के दाम आसमन छुने से योजना का काम बंद पड़ा है। इस पर राज्य सरकार अनदेखी कर रहा है। स्टील और सीमेंट के दाम बढ़ने से इस योजना के दाम में 400 करोड़ का इजाफा हुआ है। विधायक सावे के अनुसार सरकार चाहे तो गत ढाई साल में पैठण से औरंगाबाद तक नई पाइप लाइन बिछा सकती थी। परंतु, राज्य सरकार की लापरवाही से नई पेयजल योजना काम कछुए के गति से जारी है। जिससे औरंगाबाद निवासी आज पानी के लिए तरस रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि आगामी 10 साल तक नई पेयजल योजना का काम पूरा नहीं हो पाएगा। 

    औरंगाबाद में बिगड़ी सामाजिक व्यवस्था 

    बीजेपी शहर अध्यक्ष संजय केणेकर ने आरोप लगाया कि जबसे महानगरपालिका प्रशासक का पदभार आस्तिककुमार पांडेय के पास आया है। तबसे  वे मनमानी कर औरंगाबाद शहर के विकास में बाधाएं डाल रहे है। आज शहर में पानी को लेकर जनता त्रस्त है। पानी की समस्याओं से शहर की सामाजिक सुव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। इसके लिए प्रशासक पांडेय ही जिम्मेदार है। केणेकर ने आरोप लगाया कि पांडेय ने जबरन स्मार्ट सिटी के प्रशासक का पदभार पाकर उस में वे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर रहे है। उन्होंने शिवसेना नेता चन्द्रकांत खैरे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनका मानसिक संतुलन बिगड चुका है। इसलिए वे कुछ भी अनाप-शनाप बक रहे है। प्रेस वार्ता में बीजेपी नेता बसवराज मंगरुले, पूर्व मेयर बापू घडामोडे, पूर्व नगरसेवक समीर राजूरकर, राज वानखेडे आदि उपस्थित थे।