Bribery
रिश्वतखोरी

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छत्रपति संभाजीनगर : आधार केन्द्र (Aadhaar Center) शुरु करने के लिए अस्थाई रुप से महानगरपालिका (Municipal Corporation) की सरकारी जमीन उपलब्ध कराकर देने के लिए 15 हजार रुपए की रिश्वत (Bribery) लेने वाले महानगरपालिका के क्लार्क और ठेका पद्धति पर काम करने वाले ज्यूनियर इंजीनियर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों (Anti-Corruption Bureau) ने रंगे हाथों गिरफ्तार (Arrested) किया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान ज्यूनियर क्लार्क निखिल मुकुंद गायकवाड और ठेका पद्धति पर कार्यरत ज्यूनियर इंजीनियर शेख मोईनोददीन शेख नईम के रुप में की गई है। 

एसीबी के पीआई दिपाली निकल ने बताया कि शिकायत कर्ता ने आधार केन्द्र शुरु करने के लिए अस्थाई रुप से महानगरपालिका की सरकारी जमीन उपलब्ध कराने के लिए महानगरपालिका के संपत्ति विभाग में आवेदन किया था। उसके बाद वह गत कई दिनों से संपत्ति विभाग में अस्थाई रुप से जमीन पाने के लिए चक्कर कांट रहा था। जमीन पाने के लिए उस विभाग में ठेका पद्धति पर कार्यरत ज्यूनियर इंजीनियर शेख मोईनोददीन शेख नईम और ज्यूनियर क्लार्क निखिल गायकवाड ने 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। 

15 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

रिश्वत देने की इच्छा न होने से शिकायत कर्ता ने एसीबी कार्यालय पहुंचकर उन दोनों को रिश्वत खोरों के खिलाफ शिकायत लिखाई। इसी शिकायत पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों ने गुरुवार को महानगरपालिका परिसर में जाल बिछाया। जैसे ही आरोपी ज्यूनियर क्लार्क निखिल गायकवाड ने 15 हजार रुपए की  रिश्वत ली, तभी पहले से जाल बिछाए एसीबी के अधिकारियों ने निखिल गायकवाड और ज्यूनियर इंजीनियर शेख मोईनोददीन को 15 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उन दोनों आरोपियों के खिलाफ सिटी चौक स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई एसीबी के एसपी संदिप आटोले, अपर पुलिस अधीक्षक विशाल खांबे, पुलिस उपाधीक्षक मारुति पंडित के मार्गदर्शन में पीआई दीपाली निकम, पुलिस नाईक भिमराव जिवडे, सुनील पाटिल, अशोक नागरगोजे, दत्ता होरकटे, चालक चन्द्रकांत शिंदे, चांगदेव बागुल ने पूरी की।