औरंगाबाद. बिजली बिलों (Electricity Bills) की शिकायतों (Complaints) का संज्ञान न लेना, बिजली बिल में हुई गडबडि़यों का निराकरण न करना, अनाधिकृत रूप से आंकड़ें डालकर बिजली का इस्तेमाल लगातार जारी रहना, काम में अनियमितताएं और लापरवाही (Negligence) जैसे गंभीर मामले महावितरण (Mahavitaran) के प्रादेशिक कार्यालय के जांच में पाए गए।
जिसके बाद महावितरण के परभणी जिले (Parbhani District) के जिंतूर ग्रामीण शाखा के सहायक अभियंता, प्रधान टेक्नीशियन, वरिष्ठ टेक्नीशियन, बिजली सहायक को निलंबित किया गया है। साथ ही परभणी के अधीक्षक अभियंता द्वारा कर्मचारियों पर अधिक नियंत्रण रखने के निर्देश प्रादेशिक कार्यालय की ओर से दिए गए हैं।
कट किए गए मीटर की दोबारा जांच जारी
महावितरण के प्रादेशिक कार्यालय के औरंगाबाद के 5 दस्ते ने 10 मार्च को परभणी जिले के बकाया बिलों के चलते बिजली आपूर्ति खंडित किए ग्राहकों की दोबारा जांच की। जिंतूर के शाखा कार्यालय के अंतर्गत आनेवाले चारठाणा परिसर में सॉ मिल व आटा चक्की में अनाधिकृत रुप से बिजली का इस्तेमाल जारी था। इस मामले में सहायक अभियंता विनायक दिग्रसकर को अधीक्षक अभियंता ने निलंबित किया है। साथ ही अनाधिकृत बिजली इस्तेमाल पर प्रतिबंध करने के लिए संबंधित ग्राहकों पर मामले दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, परभणी जिले के चारठाणा, पाचलेगांव के अनाधिकृत रुप से बड़े पैमाने पर आंकड़े पाए जाने पर काम में अनियमितताएं के अलावा बिजली वसूली में लापरवाही करने के मामले में प्रधान टेक्नीशियन आत्माराम ननवरे, वरिष्ठ टेक्नीशियन अब्दुल रहमान अब्दुल हमीद, बिजली सहायक खुशाल ज्ञानदेव करहाले को निलंबित किया गया है।