महाराष्ट्र के पूर्व मूख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) प्रमुख
 उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र के पूर्व मूख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे

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    औरंगाबाद : मुझे कारण नहीं चाहिए, तत्काल हल निकाले। किसी भी परिस्थिति (Situation) में औरंगाबाद शहर (Aurangabad City) के नागरिकों को व्यवस्थित पेयजल आपूर्ति (Drinking Water Supply) होनी चाहिए। इसके लिए वर्तमान पानी वितरण में कुछ ज्यादा पानी कैसे उपलब्ध होगा, इसके लिए विभागीय कमिश्नर (Commissioner) ने विशेष लक्ष्य केन्द्रीत कर नागरिकों को नियोजन कर पेयजल आपूर्ति करने के निर्देश के राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने मुंबई में दिए। पेयजल आपूर्ति के काम में ठेकेदार (Contractor) ने लापरवाही (Negligence) की तो उस पर कड़ी कार्रवाई (Action) की चेतावनी भी ठाकरे ने दी। 

    बैठक में मंत्रियों सहित कमिश्नर भी शामिल हुए

    शहर के 1680 करोड़ रुपए खर्च की पेयजल आपूर्ति योजना तेज गति से पूरी करने के लिए इस योजना का मुख्यमंत्री संकल्प कक्ष से नियमित रुप से जायजा लेने के निर्देश मुख्यमंत्री ठाकरे ने दिए। पेयजल आपूर्ति प्रकल्प के काम का मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वर्षा निवास पर आयोजित बैठक में जायजा लिया। बैठक में उद्योगमंत्री और जिले के पालकमंत्री सुभाष देसाई, पेयजल आपूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटिल, मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव, सीएम के सलाहकार सीताराम कुंटे, अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज सौनिक, आशिषकुमार सिंह, नगर विकास विभाग की प्रधान सचिव सोनिया सेठी, पेयजल आपूर्ति विभाग के प्रधान सचिव संजीव जैसवाल के अलावा विभागीय कमिश्नर डॉ. सुनील केन्द्रेकर, महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय, जिलाधिकारी सुनील चव्हाण ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए। 

    शहर को पेयजल आपूर्ति करना यह प्राथमिकता है। शहर पेयजल आपूर्ति योजना का काम निधि के अभाव में नहीं रुकेगा। इसकी दक्षता सरकार ने ली है।  शहर के फारोला तक पानी लाना, उसका स्टॉक करने के लिए टंकियों का निर्माण का काम तत्काल करना जरुरी है। इस योजना का कुछ हिस्सा जायकवाडी प्रकल्प में होने के कारण उसके लिए केन्द्रीय वन विभाग की परमिशन की जरुरत है। यह परमिशन प्राप्त करने के लिए वन विभाग ने तत्काल केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजने की सूचना सीएम उद्धव ठाकरे ने दी। 

    लापरवाही दिखाई गई तो विभिन्न कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी

    शहर में नई जलापूर्ति योजना के पूरा होने में अभी समय लगेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि, ऐसी शिकायतें है कि शहर की जलापूर्ति परियोजना के ठेकेदार धीमी गति से काम कर रहे हैं और यदि उन्होंने काम में लापरवाही दिखाई तो विभिन्न कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्य को समय पर पूरा करने के लिए संबंधित ठेकेदारों से गारंटी पत्र लिखने के अलावा कार्य को समय पर पूरा करने के लिए समय सारिणी तैयार करने के साथ ही मुख्यमंत्री संकल्प कक्ष से नियमित रूप से योजना के कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ठाकरे ने दिए। बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए विभागीय कमिश्नर  डॉ. सुनील केन्द्रेकर, महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय, जिलाधिकारी सुनील चव्हाण ने शहर की पेयजल आपूर्ति के लिए प्रशासन की ओर से किए जा रहे उपाययोजनाओं की जानकारी दी।