
औरंगाबाद. राज्य के मुखिया उध्दव ठाकरे (Chief Uddhav Thackeray) ने सांसद जलील (MP Jalil) का नाम लिए बिना अपने भाषण में साफ कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि औरंगाबाद (Aurangabad) सहित मराठवाड़ा (Marathwada) में बहुत विकास कार्य (Development Work) हुए है। उस पर मेरे स्वागत के बोर्ड लगाकर फुल बरसाकर स्वागत किया गया। इस पर ठाकरे ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इसे विकास नहीं कहते। हमारे लिए यह विकास नहीं है। जिन्होंने मुझे धन्यवाद दिया, बोर्ड दिखाएं, उन्हें मुझे कहना है कि असली विकास आपने नहीं देखा। अब तुम यहां से विकास देखोगे।
गौरतलब है कि जिले के सांसद इम्तियाज जलील की पार्टी एमआईएम के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा शुक्रवार को शहर के दौरे पर आए राज्य के मुखिया उध्दव ठाकरे का फुल बरसाकर और स्वागत बोर्ड दिखाकर स्वागत किया गया। इस स्वागत के बाद ठाकरे ने जो बयान दिया, उस पर सांसद जलील ने पत्रकारों से बातचीत में शिवसेना का नाम लिए बिना कहा कि जो लोग पिछले 30 सालों से महानगरपालिका पर सत्तासीन है। वे शहर को 14 कर्तृत्ववान महापौर देने का गर्व कर रहे है। परंतु, शुक्रवार को मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिन के उपलक्ष्य में आयोजित मुख्य समारोह में उध्दव ठाकरे ने माना कि आज तक शहर सहित मराठवाड़ा में विकास कार्य नहीं हुए। अब यहां से विकास कार्य होंगे।
30 सालों से सत्ताधारियों ने औरंगाबाद वासियों को फंसाया
उध्दव ठाकरे के बयान का हवाला देते हुए जलील ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम के बयान से यह साफ हुआ है कि जिले के सांसद और शहर के 14 कर्तृत्व वान महापौरों ने बीते 30 सालों से आज तक किसी प्रकार का विकास न करते हुए औरंगाबाद वासियों को फंसाया हैं। सीएम ठाकरे के खुद की पार्टी द्वारा शहर में विकास की गंगा बहने के बड़े बड़े होर्डिंग और बैनर चौक में लगाए गए। अखबारों में विज्ञापन देकर भाषण दिए गए। सुपर संभाजीनगर नामक विकासात्मक कामों के किताब का विमोचन किया। परंतु, आज सीएम ठाकरे ने शहर सहित मराठवाड़ा में विकास न होने की बात मानकर अपने ही पार्टी द्वारा बड़े पैमाने पर विकास कार्य करने का झूठा जो ढोल बजाया जा रहा है, उसका भंडाफोड़ किया।
सीएम ठाकरे को विकास न होने का एहसास हो चुका है
जलील ने कहा कि सीएम ठाकरे को खुद यह एहसास हो चुका है कि पार्टी द्वारा विकास कार्य न करने को लेकर जो पुस्तिका प्रकाशित की गई, वह झूठी और जनता को फंसानेवाली है। स्मार्ट सिटी के माध्यम से शहर में जो विकास हुआ, वह हमने नहीं किया, यह बात भी सीएम ठाकरे ने मान ली है। जलील ने कहा कि ठाकरे जान चुके है कि अब हम औरंगाबाद की जनता को उल्लू नहीं बना सकते। इसलिए उन्होंने घोषणा की है कि हम आज से विकास कार्यों को शुरु करेंगे। एमआईएम सांसद ने कहा कि ठाकरे ने सच्ची बात कहकर अपनी ही पार्टी द्वारा विकास का जो ढोल पीटा जा रहा है ? उस पर सवाल खड़ा कर दिया है। अंत में जलील ने कहा कि सीएम के बयान के बाद आज फिर यह सवाल खड़ा हो रहा है कि औरंगाबाद वासियों को विकास के नाम पर टोपी किसने डाली? शहर के पूर्व सांसद या 14 कर्तृत्ववान महापौर ने।