वालूज में 4 से 12 जुलाई तक कर्फ्यू

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– कलेक्टर उदय चौधरी की जानकारी

वालूज. शहर के साथ-साथ निकट के एमआईडीसी वालूज व परिसर के गांवों में कोरोना इन दिनों कहर बरपा रहा है. देश की अग्रणी कंपनी के औरंगाबाद यूनिट में 100 से अधिक कामगार कोरोना संक्रमित पाए जाने से औद्योगिक क्षेत्र में खलबली मची हुई है. इसी दरमियान जिला प्रशासन ने एमआईडीसी वालूज, वालूज गांव व उसके परिसर के 7 ग्राम पंचायत क्षेत्रों में 4 से 12 जुलाई के दरमियान कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है. यह जानकारी कलेक्टर  उदय चौधरी ने दी.

सिर्फ स्वास्थ्य व दूध सेवा जारी रहेगी

शहर व जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बड़े पैमाने पर वृध्दि होने से चिंतित कलेक्टर उदय चौधरी ने सोमवार की दोपहर मनपा आयुक्त आस्तिककुमार पांडेय, सीपी चिरंजवी प्रसाद सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने बताया कि कर्फ्यू के दरमियान वालूज व परिसर में सिर्फ स्वास्थ्य व दूध सेवा जारी रहेंगी. मिशन बिगिन अगेन अंतर्गत उद्योग शुरु होने के कारण वर्तमान में उद्योग क्षेत्र में उद्योग जारी रहेंगे. उन्होंनें बताया कि शहर से वालूज जानेवाले तथा वालूज से शहर में आनेवालों को पास जरुरी किया गया है. पास के बिना शहर में किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. कोरोना के प्रकोप को देखकर उद्योजकों ने भी कम से कम मनुष्य बल में काम करने का आवाहान कलेक्टर चौधरी ने किया.

औरंगाबाद वासी रहे सावधान

कलेक्टर ने औरंगाबाद शहर वासियों से चेताया कि वे भी कोरोना वायरस को लेकर सतर्क रहें. घर से बाहर निकलने पर मास्का का इस्तेमाल करें. सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें. शहरवासियों ने  प्रशासन  द्वारा दिए सूझावों का पालन नहीं  किया तो शहर में भी 10 जुलाई से कर्फ्यू लगाने के संकेत चौधरी ने दिए.उन्होनें बताया राज्य सरकार के मिशन बिगिन अगेन अंतर्गत पूर्व की तरह सभी निर्बंध औरंगाबाद शहर में कायम रहेंगे. मनपा क्षेत्र में दुकानें सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे. चौधरी ने कहा कि वर्तमान में शहर में कर्फ्यू लगाना असंभव है. हम आनेवाले दिनों की स्थिति को जानकर ही अगला निर्णय लेंगे. चौधरी ने बताया कि जिला बंदी कायम है. जिले के बाहर जानेवालों को प्रशासन की ओर से पास लेना अनिवार्य है. शहर के जन प्रतिनिधियों के साथ सोमवार की सुबह बैठक ली गई है. प्रशासन जो निर्णय लेगा उसे जन प्रतिनिधियों ने हरी झंडी दिखायी है. अंत में चौधरी ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पूर्व की तरह व्यवहार जारी रहेंगे.