औरंगाबाद. केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य सरकार महाराष्ट्र के हर नागरिक को कोरोना टीका (Corona Vaccine) लगाने के लिए कई प्रयासों में जूटी है। इन्हीं प्रयासों में राज्य के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने 8 से 14 अक्टूबर के दरमियान महाराष्ट्र भर मिशन कचव कुंडल अभियान हाथ में लिया था। एक सप्ताह से जारी इस अभियान का समापन गुरुवार को हुआ। सप्ताह भर से इस अभियान को कामयाब करने के लिए महानगरपालिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा ने मायक्रो प्लानिंग कर कड़े परिश्रम किए। उसका नतीजा यह हुआ कि करीब 30 हजार शहरवासियों ने कोरोना के टीके लगाए।
गुरुवार शाम महानगरपालिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा ने बताया कि पिछले सप्ताह राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने राज्य के हर नागरिक को कोरोना टीका लगाने के लिए मिशन कवच कुंडल अभियान की घोषणा की थी। उसके तहत औरंगाबाद महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार के निर्देश पर इस मुहिम को कामयाब बनाने के लिए चंद घंटों में मायक्रो प्लानिंग कर मुहिम को कामयाब करने का काम शुरु किया था। बीते सप्ताह भर में शहर के 29 हजार 849 नागरिकों ने इस अभियान के तहत कोरोना टीके लगाए। जिसमें प्रथम टीका लगानेवालों की संख्या 11 हजार 570 और दूसरा टीका लगानेवालों की संख्या 18 हजार 279 रही।
स्टाफ कम होने के बावजूद मुहिम हुई कामयाब
हाल ही में महानगरपालिका प्रशासन ने कोविड काल में डेली वेज और अस्थाई रुप से नियुक्त किए कई डॉक्टर और अन्य स्टाफ को हटाया। इसी दरमियान राज्य सरकार ने हर नागरिक को कोरोना टीका लगाने के लिए मिशन कवच कुंडल अभियान हाथ में लिया। स्टाफ की जरुरी संख्या कम होने के बावजूद महानगरपालिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा ने शहर के सभी टीकाकरण केंद्रों पर हर नागरिक को टीका लगाने के लिए बेहतर नियोजन कर मिशन कवच कुंडल मुहिम को कामयाब किया। उन्होंने इस अभियान के लिए शहर में 23 केंद्र बढ़ाए। अभियान के लिए निजी अस्पतालों को सहारा लिया। डॉ. मंडलेचा ने बताया कि इस अभियान से पूर्व शहर में 45 सेंटरों पर कोरोना टीके लगाए जा रहे थे।
मिशन कवच कुंडल अभियान के लिए महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी कार्यालय पोस्ट ऑफिस, एयरपोर्ट, छावनी क्षेत्र में स्थित कर्णपुरा मंदिर, सिडको एन-7 में स्थित दुर्गा माता मंदिर में टीके लगाने के लिए विशेष सेंटर शुरु किए थे। डॉ. मंडलेचा ने बताया कि नवरात्र महोत्सव में बड़ी संख्या में लोग छावनी क्षेत्र में स्थित कर्णपुरा मंदिर और सिडको एन-7 में स्थित दुर्गा माता मंदिर में दर्शन के लिए आते है। उन सभी श्रद्धालुओं को टीके लगाने का नियोजन महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया था। यही कारण है कि एक सप्ताह भर के अभियान में करीब 30 हजार लोगों को कोरोना टीके लगाने में महानगरपालिका प्रशासन कामयाब रहा।