औरंगाबाद. शहर सहित मराठवाड़ा (Marathwada), खानदेश (Khandesh) के मरीजों के लिए सालों से वरदान साबित हो रहे सरकारी (Government) घाटी अस्पताल (Hospital) के विकास कार्यों के लिए पौने नौ करोड़ 79 हजार रुपए के निधि को प्रशासकीय मान्यता(Administrative Recognition) मिली है।
इस निधि से घाटी की ड्रेनेज लाईन, संरक्षक दीवार का काम होगा। यह निधि पाने के लिए औरंगाबाद मध्य के शिवसेना विधायक (Shiv Sena MLA) प्रदीप जैसवाल द्वारा बीते कई माह से प्रयासों में जूटे हुए थे।उनके प्रयासों से घाटी में विकास कार्यों के लिए बड़े पैमाने पर निधि मिला।
32 करोड़ के निधि के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है
विधायक जैसवाल ने बताया कि विकास कार्यों के अलावा घाटी में एसटीपी प्लांट के लिए साढ़े चार करोड़ और फिजियोथेरेपी महाविद्यालय के निर्माण कार्य के लिए 32 करोड़ के निधि के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। घाटी परिसर में संरक्षक दीवार, 60 साल पुरानी इमारत की ड्रेनेज लाईन सिस्टिम बदलना, एसटीपी प्लांट का निर्माण करना, फिजियोथेरेपी महाविद्यालय के इमारत के निर्माण कार्य के लिए निधि देने के लिए विधायक प्रदीप जैसवाल बीते कई माह से सरकार स्तर पर प्रयास कर रहे थे। 1 अक्टूबर को राज्य के मुखिया उध्दव ठाकरे के साथ हुई बैठक में विधायक जैसवाल ने निधि उपलब्ध कराकर देने की मांग की थी।
प्रशासकीय मान्यता दी गई
इस पर मुख्यमंत्री ने वैद्यकीय शिक्षा सचिव को प्रस्ताव पेश करने के निर्देश दिए। विधायक जैसवाल के प्रयासों से चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख के निर्देश पर घाटी अस्पताल के संपूर्ण परिसर को संरक्षक दीवार के निर्माण कार्य के लिए 3 करोड़ 86 लाख 85 हजार 557 रुपए, घाटी के ड्रेनेज लाईन के लिए 4 करोड़ 21 लाख 13 हजार 372 रुपए की प्रशासकीय मान्यता दी गई। साथ ही घाटी के एसटीपी प्लांट के लिए 4 करोड़ 50 लाख रुपए और फिजियोथेरेपी कॉलेज के निर्माण के लिए 32 करोड़ रुपए का विस्तृत प्रस्ताव विधायक जैसवाल ने सरकार को पेश करने की जानकारी दी।