Aurangabad GIS Survey

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    औरंगाबाद : महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) और स्मार्ट सिटी के सीईओ आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) ने औरंगाबाद स्मार्ट सिटी (Aurangabad Smart City) के जीआईएस सर्वेक्षण (GIS Survey) कर्ताओं को मार्गदर्शन करते हुए उन्हें इस प्रकल्प का महत्व समझाया। वहीं, गत माह बेहतर काम करने वाले सर्वेक्षण कर्ताओं को पुरस्कार देकर नवाजा। शहर की संपत्तियोंं का पंजीकरण करने और उसका मालिकाना हक निश्चित करने के लिए औरंगाबाद स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पाेेरेशन लि. अंतर्गत महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में जीआईएस सर्वेक्षण जारी है।

    शहर में पहली बार जीआईएस टेक्नॉलाजी का इस्तेमाल कर सर्वेक्षण किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण द्वारा शहर के रास्ते, पाइपलाइन आदि घटकों को मिलकर 300 स्तरीय मैप तैयार किए जा रहे है। यह मैप तैयार करने के लिए ड्रोन कैमरा, सैटेलाईट और भौतिक यानी घर-घर जाकर इन तीन माध्यमों द्वारा सर्वेक्षण जारी है। इसमें ड्रोन और सैटलाईट सर्वेक्षण पूरा हुआ है। भौतिक सर्वे के लिए टयूलीप पोर्टल अंतर्गत 200 इंटर्नस नियुक्त भौतिक सर्वे करने  के लिए स्मार्ट सिटी ने केंद्र सरकार के टयूलीप पोर्टल अंतर्गत 200 इंटर्नस नियुक्त किए है। इसके अंतर्गत आज तक कुल 85 हजार संपत्तियों  के लिए सर्वेक्षण फॉर्म वितरित किए गए है।

    शहर के हर जोन में घर घर जाकर सेल्फ असेसमेंट फार्म का वितरण यह सर्वेक्षण कर्ता कर रहे है। इन सर्वेक्षण कर्ताओं को स्मार्ट सिटी मुख्यालय में महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने मार्गदर्शन किया। तब सर्वेक्षण कर्ताओं को  सर्वेक्षण करते समय नागरिकों से किस तरह संवाद साधना चाहिए, सर्वेक्षण कर्ताओं को किस प्रकार के ज्ञान की जरुरत है, इसकी जानकारी दी। वहीं, सर्वेक्षण विषय को लेकर क्या जानकारी जरुरी है, इस पर भी चर्चा की। इस सर्वेक्षण से सामने आनेवाली जानकारी शहर के विकास के लिए यानी मूलभूत सुविधा जैसे रोड, पानी, ड्रेनेज, आदि की आपूर्ति करना आसान होगा।

    इंटर्न ऑफ द मंथ के रुप में गौरवान्वित किया

    सर्वेक्षण के सामने आने वाले जानकारियों द्वारा जिस परिसर में सुविधाओं का अभाव है, उसकी जानकारी महानगरपालिका को मिलेगी। इस जानकारी द्वारा महानगरपालिका उस परिसर में किए जाने वाले सभी उपाय योजना और भविष्य में किए जाने वाली विकास कार्यों का नियोजन करना आसान होगा। साथ ही सर्वेक्षण से सामने आने वाले जानकारियों का नागरिकों को कैसा फायदा  होगा इस पर भी महानगरपालिका प्रशासक पांडेय ने प्रकाश डाला। कमिश्नर पांडेय ने बेहतर काम करने वाले सर्वेक्षण कर्ताओं को इंटर्न ऑफ द मंथ के रुप में गौरवान्वित किया। इनमें हुजेफ खान, शकील खान, आवेज शेख, जुनैद शेख शामिल थे।

    अपने संपत्तियों के मालिकाना हक की सुनिश्चित करें

    इस अवसर पर महानगरपालिका उपायुक्त सौरभ जोशी, स्मार्ट सिटी प्रकल्प के अभियंता फैज  अली, मीडिया विश्लेषक अर्पिता शरद आदि उपस्थित थी। स्मार्ट सिटी के सीईओ आस्तिक कुमार पांडेय ने बताया सैटेलाईट और ड्रोन कैमरा सर्वेक्षण द्वारा एवं विविध स्त्रोत जैसे की लाइट कनेक्शन, भूमि अभिलेख कार्यालय द्वारा प्रशासन को शहर की हर संपत्ति की विस्तृत जानकारी और मैप मिला है। अपना मालिकाना हक सिध्द करने के लिए यह भौतिक सर्वेक्षण नागरिकों के लिए एक अवसर है। इसलिए नागरिकों ने इस सर्वेक्षण को सहकार्य करें और अपने संपत्तियों के मालिकाना हक की सुनिश्चित करें। इस सर्वेक्षण द्वारा हर संपत्ति को खुद का युनिक जीआईएस आईडी मिलेगा। जिस पर उसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध रहेगी।