Go Green will be promoted in Aurangabad by e-buses

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    औरंगाबाद. महाराष्ट्र के औद्योगिक क्षेत्र में शास्वत विकास पर जोर देकर रिन्यूबल एनर्ज, सोलर एनर्जी, ग्रीन एनर्जी इन क्षेत्र में भविष्य में कई सामंजस्य करार होंगे। हाल ही में जीएसडब्ल्यू कंपनी से भी करार हुआ है। एमआईडीसी वालूज में स्थित एन्ड्रस एंड हाउजर कंपनी ने गो ग्रीन संकल्पना पर अमलीजामा पहनाकर कदम आगे बढ़ाया है। उनके कर्मचारियों को कंपनी से घर और घर से कंपनी पहुंचाने के लिए इलेक्ट्रानिक बैटरी पर चलनेवाले दो बसें उपलब्ध कराई है। यह उपक्रम अन्य कंपनियों के लिए आदर्श साबित होगा। 

    एंड्रेस एंड हाउजर फ्लोटेक इंडिया कंपनी परिसर में मंगलवार की दोपहर हुए एक कार्यक्रम में कंपनी द्वारा कर्मचारियों को कंपनी लाने और उनके घर पहुंचाने के लिए 2 करोड़ 70 लाख रुपए खर्च कर खरीदी गई ई-बसों का उदघाटन बलदेव सिंह के हाथों हवा में बलुन छोड़कर किया गया। बसों पर डाला गया निला कपड़ा हटाकर बसो का उदघाटन हुआ। उसके बाद अपने विचार में बलदेवसिंह ने यह बात कहीं। मंच पर महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय, स्विझरलैंड के कौन्सिल जनरल ओथमार हर्डेगर, बजाज के सीईओ सीपी त्रिपाठी, उद्योगपति उल्हास गवली, आरटीओ संजय मैत्रेवार प्रमुख रुप से उपस्थित थे।

    वहीं, एंड्रेस एंड हाउजर ग्रुप के मुख्य परिचालन अधिकारी डॉ. एंड्रियास मेयर, सीईओ डॉ. मिर्की लेहमन ऑनलाईन उपस्थित थे। बलदेवसिंह ने अपने विचार में आगे कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में वर्तमान में गो ग्रीन संकल्पना पर बड़े पैमाने पर कई सामंजस्य करार पर अमलीजामा पहनाया जा रहा है। औरंगाबाद जैसे शहर में ई बसेस शुरु कर एंड्रस एंड हाउजर कंपनी ने गो ग्रीन संकल्पना की ओर कदम बढ़ाए है। इस कंपनी का उदाहरण सामने रखकर अब अन्य कंपनियों ने इस संकल्पना पर अमलीजामा पहनाने का उध्दिष्ट सामने रखने की अपील बलदेव सिंह ने की। 

    कई स्विस कंपनियों ने महाराष्ट्र में निवेश किया है

    शहर के मशहुर उद्योजक उल्हास गवली ने एंड्रस एंड हाउजर कंपनी औरंगाबाद में लाने के लिए स्थानीय उद्योजक संगठनों के किए प्रयासों पर प्रकाश डाला। एन्डरन्स नरेन्द्र कुलकर्णी ने प्रस्तावना की। के. कुमार ने गो ग्रीन संकल्पना के बारे में जानकारी देकर कंपनी द्वारा खरीदी गई दो ई बसेस की जानकारी देकर उसका उद्येश्य बताया। महाराष्ट्र  में स्विझरलंड के कई कंपनियों ने निवेश किया है। इन कंपनियों को मेक इन इंडिया अंतर्गत प्रोत्साहन मिल रहा है। एन. श्रीराम ने औद्योगिक क्षेत्र में एन्डर योगदान के बारे में जानकारी दी।