Chitra Wagh
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    औरंगाबाद: महाराष्ट्र (Maharashtra) में इन दिनों बलात्कारियों को आश्रय देनेवाली सरकार सत्तासीन है। इसकी शुरुआत राज्य के तत्कालीन वनमंत्री संजय राठोड (Sanjay Rathod) से हुई थी। संजय राठोड की प्रताड़ना से पुणे (Pune) में युवती ने आत्महत्या करने के बावजूद ठाकरे सरकार ने अपने मंत्री को बचाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया। उसके बाद राज्य में महिलाओं पर अत्याचार के कई घटनाएं निरंतर सामने आ रही हैं। उन सभी मामलों में राज्य की ठाकरे सरकार बलात्कारियों को आश्रय देने का काम कर रही है। यह  गंभीर आरोप भाजपा की  चित्रा वाघ (Chitra Wagh) ने लगाया।

    जिले के पैठण तहसील के तांडोली शिविर में मंगलवार की देर रात डकैतों की टोली ने खेती बस्ती पर डाका डालकर वहां से हजारों रुपए का माल लूटने के साथ ही एक महिला पर अत्याचार करने की घटना घटी। इस घटना के बाद पूरे राज्य में  खलबली मची हुई है। गुरुवार को चित्रा वाघ ने उक्त घटनास्थल का दौरा कर घटना की जानकारी ली। देर शाम औरंगाबाद में आयोजित पत्रकार परिषद में चित्रा वाघ ठाकरे सरकार पर जमकर बरसी। उन्होंने राज्य के तत्कालीन वनमंत्री संजय राठोड, एनसीपी नेता महेबूब शेख को अब तक ठाकरे सरकार द्वारा आश्रय देने को लेकर खूब राग अलापा। 

    शिवसेना पर साधा निशाना

    शिवसेना नेता संजय राउत का नाम न लेते हुए उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें गांजे का नशा चढ़ा हुआ है, जो अभी तक उतरा नहीं है। राज्य के हर जिले में महिलाओं पर अत्याचार जारी है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए नया कानून कब बनेगा, यह किसी को पता नहीं है। ठाकरे सरकार के कॉमन मिनिमम प्रोगाम में महिलाओं के सुरक्षा का मुददा है क्या? यह सवाल चित्रा वाघ ने करते हुए   कहा कि महिलाओं के सुरक्षा के बारे में उपाय योजना करना जरुरी है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवशाही का वचन देनेवाली ठाकरे सरकार ने राज्य में निजाम शाही की सरकार लायी है। राज्य में फिर एक बार मुगल सरकार कार्यरत होने का एहसास हो रहा है। राज्य के गृहमंत्री अगर फरार हैं तो अन्य आरोपी कैसे मिलेंगे? यह आरोप भी चित्रा वाघ ने लगाया। 

    आरोपियों को सजा तत्काल मिलनी चाहिए 

    न्याय व्यवस्था में सुधार लाने की सलाह भाजपा महिला आघाडी की प्रदेश अध्यक्ष चित्रा वाघ ने देते हुए बताया कि हमारे पास बलात्कार जैसी घटनाओं के मामले फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की घोषणा सरकार करती है, परंतु उसका परिणाम आने में 8 से 10 साल लग जाते है। उसका उदाहरण देते हुए चित्रा वाघ ने बताया कि परभणी जिले में सन 2012 में एक महिला को विवस्त्र कर घूमाया गया था। इस मामले में लिप्त आरोपियों को करीब 10 साल बाद सजा मिली। तब तक उस महिलाओं को कितनी समस्याओं का सामना करना पडा होगा, इस पर चित्रा वाघ ने चिंता जतायी। उन्होंने आए दिन महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार की घटनाओं पर चिंता जताते हुए अॅटॉसिटी कानून की तरह ही  महिला पर अत्याचार करनेवाले आरोपियों को एंट्री सेप्ट्री बेल न मिलने पर जोर दिया। 

    हम आंदोलन करके रहेंगे 

    चित्रा वाघ ने ठाकरे सरकार को चेताया कि वे सरकार के गलत कामों की  पोल  खोलते रहेंगे। जबसे राज्य में ठाकरे सरकार ने महाराष्ट्र की कमान संभाली हैं, तबसे राज्य में बलात्कार की घटनाएं निरंतर जारी है। महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को रोकने के लिए सरकार द्वारा कड़े कदम न उठाने से महिलाओं पर अत्याचार बढऩे का आरोप चित्रा वाघ ने लगाते हुए सरकार को चेताया कि वे हमारे साथ किसी भी तरह का व्यवहार कर ले, हम सरकार के खिलाफ आंदोलन करते रहेंगे।